बेंगलुरु पुलिस ने 32 साल की महिला सॉफ्टवेयर इंजीनयर की हत्या के मामले को सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मर्डर के सिलसिले में 30 साल के सुखबीर सिंह को हरियाणा से अरेस्ट किया। मंगलवार को 32 साल की कुसुमा रानी का खून से लथपथ शव काढूगोडी में उसके अपार्टमेंट में मिला था। उसकी रूम मेट निधि शर्मा ने मंगलवार शाम करीब साढ़े सात बजे उसे इस हालत में देखा और पुलिस को सूचना दी। काढूगोडी पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
कैसे हुई हत्या
पुलिस के मुताबिक़ हत्या से पहले कुसुमा और हत्यारे के बीच झगड़ा हुआ जिसके बाद सुखबीर सिंह ने पेन की नोक से कुसुमा पर हमला कर उसे लहूलुहान कर दिया और फिर लेपटॉप के चार्जर के तार से कुसुमा का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी।
क्या है पूरा मामला
पुलिस के मुताबिक करीब तीन महीने पहले सोशल मीडिया के ज़रिये कुसुमा और सुखबीर की मुलाक़ात हुई थी। उसके बाद दोनों ने एक-दूसरे का फोन नंबर ले लिया और आपस में बातचीत शुरू हो गई। सुखबीर ने 1 जनवरी को कुसुमा को फोन किया और नए साल की बधाई देते हुए उससे मिलने की इच्छा जताई। दोनों ने तय किया कि वो 19 जनवरी को मिलेंगे और उस दिन घर पर रहने के लिए कुसुमा ने अपने दफ्तर से वर्क फ्रॉम होम की अनुमति ले ली।
पुलिस के मुताबिक 19 जनवरी की सुबह की पहली फ्लाइट से सुखबीर दिल्ली से बेंगलुरु पहुँचा और करीब साढ़े ग्यारह से 12 बजे के बीच कुसुमा के फ्लैट पर पहुंच गया। गेट पर सिक्योरिटी रजिस्टर में कुसुमा ने ही उसकी सारी डिटेल्स भरीं। इसके बाद दोनों फ्लैट के अंदर चले गए और साथ में लंच भी किया। पुलिस के मुताबिक प्राथमिक जांच में पता चला है कि बातचीत के दौरान कई बार सुखबीर ने कुसुमा से कुछ हज़ार रूपये उधार मांगे, लेकिन उसने देने से इनकार कर दिया। इसके बाद सुखबीर ने दिल्ली वापस लौटने के लिए फ्लाइट की टिकिट बुक करके देने को कहा, लेकिन इसके लिए भी कुसुमा ने इनकार कर दिया। इससे सुखबीर को गुस्सा आ गया और उसने टेबल पर पड़े एक पेन से कुसुमा पर हमला कर दिया। आंख के ऊपरी हिस्से में पेन के चुभ जाने से बहुत सारा खून बहने लगा। इसके बाद लैपटॉप चार्जर की केबल से सुखबीर ने कुसुमा का गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
कुसुमा की हत्या करने के बाद करीब साढ़े तीन बजे वो अपार्टमेंट से बाहर निकल गया। वो अपने साथ कुसुमा का मोबाइल फोन, 3 डेबिट कार्ड और 2 चेकबुक भी ले गया। कुसुमा के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से बैंक को फोन कर उसने ATM का नया पिन बदल दिया और करीब 15 हजार रूपये निकाल लिए। इसके बाद वो फ्लाइट से मुंबई के रास्ते दिल्ली पहुंचा और वहां से अपनी कार लेकर हरियाणा में अपने घर चला गया। वहाँ जाकर भी कुसुमा के ATM से उसने 35 हजार रूपये निकाले।
कैसे पकड़ा गया
हालांकि शुरू में पुलिस को 3 लोगों पर शक था, पहला शक उस शख्स पर था जिसने मॅट्रिमोनी साइट के जरिये कुसुमा से मुलाक़ात की थी और उसे बहकाकर उसके क्रेडिट कार्ड से 5 लाख रुपये की खरीददारी कर ली। कुसुमा ने इस सिलसिले में पुलिस में चीटिंग का केस भी दर्ज कर रखा था। पुलिस को शक उत्तराखंड में रहने वाले कुसुमा के एक दोस्त पर भी था, जिससे मोबाइल पर वो अक्सर बात करती थी, लेकिन अपार्टमेंट के CCTV फुटेज, कुसुमा के मोबाइल नंबर और सोशल मीडिया अकाउंट की जांच करने के बाद पुलिस को ये जानने में देर नहीं लगी कि असली कातिल कौन है।
कौन है कुसुमा
कुसुमा के बारे में पता चला है कि वो मूलतः पंजाब की रहने वाली थी। वो एक तलाकशुदा थी और 6 साल से गुडगांव में IBM कंपनी में काम कर रही थी और करीब 6 महीने पहले उसने अपना तबादला बेंगलुरु करवा लिया था।
पुलिस मामले की आगे की जांच कर रही है।