नई दिल्ली: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में एक नामी क्लब में बने लॉकर में शुक्रवार को मारे एक छापे में चौंका देने वाले खुलासे हुए हैं। सेंट मार्क रोड स्थित बोवरिंग इंस्टीट्यूट के इस लॉकर से आयकर विभाग को 3.96 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी, 8 करोड़ से अधिक कीमत के हीरे और आभूषण, साइन किए हुए कई ब्लैंक चेक और 800 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति के कागज मिले हैं।
क्लब के एक सदस्य ने जब बैडमिंटन रूम के लॉकर्स की मेंबरशिप रिन्यू नहीं कराई तब यह खुलासा हुआ। बोवरिंग इंस्टीट्यूट ने कई बार मेंबरशिप रिन्यू के लिए रिमांइडर भेजे। कोई जवाब न मिलने पर लॉकर को दूसरे सदस्यों को देने के लिए पिछले सप्ताह खोलने का फैसला लिया गया। जब लॉकर खोले गए तो क्लब मैनेजमेंट उन्हें देख कर हैरान रह गया। ये तीनों लॉकर्स लो-प्रोफाइल रहने वाले व्यवसायी अविनाश अमरलाल कुकरेजा के नाम पर बुक हैं।
हैरान-परेशान क्लब मैनेजमेंट ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। फिर आयकर विभाग को बुला कर सारी संपत्ति और कागज सौंप दिए गए। करीब 10 हजार सदस्यों वाले इस क्लब के अधिकारियों का कहना है कि कुकरेजा की मां अक्सर यहां आती हैं और अपनी दोस्तों के साथ पत्ते खेलती हैं। सूत्रों ने बताया कि कुकरेजा मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं और यहां के एक चर्चित बिल्डर समूह में उनकी हिस्सेदारी है। उन्होंने कथित रूप से लोगों के प्रॉपर्टी के कागजात लेकर उनको लोन दिया है।
जब इसकी जानकारी लॉकर के मालिक अविनाश को हुई तो वो क्लब पहुंचा और अपनी संपत्ति वापस देने का आग्रह किया। क्लब के सेक्रेट्री के मुताबिक वह कहने लगा कि नकदी रख कर भी उसे संपत्ति के कागज दे दे। कुछ ही देर में एक और आदमी आया और उसने पांच करोड़ लेकर एक खास दस्तावेज देने की मांग की। जब क्लब मैनेजमेंट ने पुलिस और आईटी वालों को बुलाने की धमकी दी तो वो व्यक्ति भाग गया।