पश्चिम बंगाल का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद पार्टी ने टीएमसी की घेराबंदी तेज कर दी है। इस सिलसिले में आज बीजेपी के नेता मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात करने पहुंचे हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त के दफ्तर पहुंचे नेताओं में राज्यसभा सांसद स्वप्न दासगुप्ता, पश्चिम बंगाल बीजेपी के सचिव सब्यसाची दत्ता और बीजेपी चुनाव समिति के संयोजक शिशिर बाजोरिया शामिल हैं। बताया जा रहा है कि बंगाल बीजेपी के ये नेता पश्चिम बंगाल के लॉ एंड ऑर्डर की शिकायत की है।
चुनाव आयुक्त को सौंपे अपने ज्ञापन में भाजपा नेताओं ने राज्य में जर्जर हो चुकी कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया है। भाजपा ने कोलकाता पुलिस के ट्वीट की प्रति भी चुनाव आयुक्त को सौंपी है। जिसमें कहा गया है कि भाजपा अध्यक्ष रैली स्थल तक सुरक्षित पहुंचे। इससे पता चलता है कि राज्य की पुलिस भी राज्य सरकार के प्रयासों में शामिल है। इसके साथ ही भाजपा ने अपने मेमोरेंडम में राज्य सरकार द्वारा अगले साल चुनाव में सरकारी मशीनरी के भी गलत इस्तेमाल के सबूत पेश किए हैं।
बता दें कि जेपी नड्डा पर हमले के बाद से पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा का दौर जारी है। राज्य में बीजेपी के दो नेताओं की हत्या कर दी गई है। पूर्वी बर्धमान में कार्यकर्ता का शव मिला है। ऐसे में भाजपा बंगाल की बदतर कानून व्यवस्था की शिकायत करने चुनाव आयोग के पास पहुंचा है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि चाहें अधिकारियों को केंद्र में वापस बुलाने का मामला हो या जेपी नड्डा पर हमला, राज्य की सरकार द्वारा केंद्र पर दोष मढना ममता सरकार की पॉलिसी है। केंद्र की नीतियों को नकारना ही ममता सरकार की राजनीति है। पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था धराशाई है।