जम्मू: पाकिस्तान की कुख्यात बॉर्डर ऐक्शन टीम (BAT) ने शुक्रवार को 2 कुलियों की हत्या कर दी थी और एक का सिर काटकर अपने साथ ले गए थे। इस घटना पर बोलते हुए आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने कहा कि पेशेवर सेनाएं कभी भी बर्बर कृत्यों का सहारा नहीं लेतीं। उन्होंने साथ में यह भी कहा कि ऐसी स्थितियों से सैन्य अंदाज में निपटा जाएगा। आपको बता दें कि पाकिस्तान की बॉर्डर ऐक्शन टीम अपनी बर्बरता के लिए कुख्यात रही है।
BAT में पाकिस्तानी सैनिक और आतंकी शामिल
अधिकारियों ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार को पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) पर कुली सहित 2 लोगों की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने बताया कि यह पहला मौका है जब किसी असैन्य व्यक्ति का बीएटी ने सिर कलम किया। हालांकि, सुरक्षा बलों के साथ अतीत में इस तरह की घटनाएं हुई हैं। बीएटी में पाकिस्तानी थल सेना के नियमित कर्मी और आतंकवादी शामिल हैं। मोहम्मद असलम (28) को क्षत विक्षत कर दिया गया और उनका सिर भी नहीं है।
आर्मी चीफ ने कहा- सैन्य तरीके से निपटेंगे
पाकिस्तान द्वारा यह हत्या किए जाने के बारे में पूछे जाने पर थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने शनिवार को कहा कि पेशेवर सेनाएं इस तरह के बर्बर कृत्य का सहारा नहीं लेती और इस तरह की स्थिति में उनके साथ एक सैन्य तरीके से उपयुक्त रूप से निपटा जाएगा। एक रक्षा प्रवक्ता ने इससे पहले कहा था कि पाकिस्तानी थल सेना द्वारा एक मोर्टार का गोला दागे जाने पर गुलपुर सेक्टर के कसालियन गांव के दोनों बाशिंदें, असलम और अलताफ हुसैन (23) की मौत हो गई, जबकि 3 अन्य घायल हो गए।
कुलियों को निशाना बनाकर किया गया हमला
यह हमला सेना के कुलियों के समूह को निशाना बना कर किया गया था जो शुक्रवार को नियंत्रण रेखा के पास स्थित अग्रिम इलाके में सैनिकों के लिए सामान लेकर जा रहे थे। हालांकि, अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि एक कुली के शव में सिर नहीं है और समझा जा रहा है कि उसे BAT अपने साथ ले गया। पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘असलम का शव जब पुलिस को कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए सौंपा गया तब वह बगैर सिर का था। दोनों कुलियों का शव उनके परिवार को सौंपा गया है तथा उनका अंतिम संस्कार शुक्रवार शाम उनके गांव में किया गया।’
‘पेशेवर सेनाएं ऐसे बर्बर काम नहीं करतीं’
पुलिस ने बताया कि घायल कुलियों, मोहम्मद सलीम (24), मोहम्मद शौकत (28) और नवाज अहमद (35) का अस्पताल में इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। सेना दिवस पर दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस में जनरल नरवणे ने इस घटना के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘हम इस तरह की स्थिति से एक सैन्य तरीके से उपयुक्त रूप से निपटेंगे।’ उन्होंने कहा कि थल सेना एलओसी पर खुद को सर्वाधिक पेशेवर और नैतिक तरीके से संचालित करती है। उन्होंने कहा, ‘पेशेवर सेनाएं कभी इस तरह के बर्बर कृत्य का सहारा नहीं लेती।’
कांग्रेस ने पूछा, चुप क्यों हैं पीएम और रक्षामंत्री
विपक्षी कांग्रेस ने इन हत्याओं की कड़ी निंदा की है और सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पाकिस्तान की ‘बर्बरता’ पर ‘चुप’ क्यों हैं । पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ‘पाक के वहशीपन पर मोदी सरकार चुप क्यों? पाकिस्तानी सैनिक एक कुली का सिर काट ले गए, दो शहीद। और प्रधानमंत्री व रक्षामंत्री मौन है! मीडिया के साथी भी चुप हैं। क्या शहादतों की खबरें सरकारें देखकर चलाई जाती हैं? पाक की कायराना हरकतों पर मुंहतोड़ जवाब कब? 1 के बदले 10 सर कब?’
‘जब यूपीए सत्ता में थी, तब बीजेपी सवाल करती थी’
जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता रवींदर शर्मा ने लगातार दुस्साहस एवं शरारत के लिए पकिस्तान की आलोचना की तथा एक मुंहतोड़ जवाब देने की मांग की। शर्मा ने जम्मू में एक बयान में कहा, ‘जब यूपीए सत्ता में थी, तब पाक द्वारा इस तरह की दो अमानवीय हरकतें (जवानों के सिर कलम करने के) किए जाने पर भारतीय जनता पार्टी ने सवाल किए थे और नरेंद्र मोदी ने उसे कमजोर सरकार करार दिया था। मोदी सरकार को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि क्यों वह पाकिस्तान को रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने में नाकाम रही है।’ (भाषा)