चेन्नई: थलसेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान ने हाल ही में बालाकोट आतंकवादी अड्डे को फिर सक्रिय कर दिया है और करीब 500 घुसपैठिए भारत में घुसने की फिराक में हैं। उन्होंने यहां अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी (ओटीए) में संवाददाताओं से कहा कि फिर से सक्रिय हुए आतंकवादी ठिकाने के खिलाफ भारत का जवाब फरवरी में किए हवाई हमले से बड़ा हो सकता है।
नए आतंकवादी ठिकानों के सवाल पर उन्होंने कहा कि सीमा पार स्थित आतंकवादी ठिकाने फिर से सक्रिय हो गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘ मैं आपको बताता हूं, पाकिस्तान ने हाल ही में बालाकोट को फिर सक्रिय कर दिया है।’’ सेना प्रमुख ने कहा कि बालाकोट सीमा पार हमले में क्षतिग्रस्त और नष्ट हो गया था। ‘‘इसलिए लोग वहां से चले गए थे और अब वह फिर से सक्रिय हो गया है।’’
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने मार्च में सरकार से बालाकोट हमले के संबंध में और तथ्य पेश करने को कहा था, जिसके बाद इस मामले पर राजनीति शुरू हो गई थी। सेना प्रमुख ने इससे पहले ओटीए में ‘यंग लीडर्स ट्रेनिंग विंग’ का उद्घाटन किया। अड्डा के पुन: सक्रिय होने पर उनकी प्रतिक्रिया और दोबारा हवाई हमला की संभावना के सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘ आप एक ही चीज के दोबारा होने की उम्मीद क्यों करते हैं, पहले हमने कुछ और किया, फिर बालाकोट (पर हवाई हमला), हम इसे क्यों दोहराएं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘क्यों नहीं दूसरे पक्ष को यह सोचने पर मजबूर कर दें कि हमारा अगला कदम क्या होगा। उन्हें क्यों बताए कि हम क्या करने वाले हैं, क्यों ना उन्हें अनुमान लगाने दें, दोहराने की बात क्यों करें, क्यों ना उससे आगे बढ़कर कुछ करें।’’ घुसपैठियों के सवाल पर उन्होंने कहा कि मौसम के अनुसार यह आंकड़ा बदलता रहता है। उन्होंने कहा, ‘‘ यह आंकड़ा बदलता रहता है, लेकिन मैं कहूंगा कि कम से कम 500 लोग हैं जो घुसपैठ की फिराक में हैं और यह न्यूनतम आंकड़ा है।’’
उन्होंने कहा कि बर्फ पिघलते ही जम्मू-कश्मीर के उत्तरी हिस्से की ओर से घुसपैठ की कोशिश होती है और जब तापमान में गिरावट के बाद बर्फबारी की चपेट में आए क्षेत्रों से यह कोशिश की जाती है। रावत ने कहा कि सेना ने नियंत्रण रेखा पर अतिरिक्त सैनिक तैनात कर घुसपैठ रोकने की अधिकतम कोशिश की है। साथ ही उन्होंने इशारा किया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अन्य इलाकों का इसके लिए इस्तेमाल किया जाता है।