कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस की वजह से जिस एक व्यक्ति की मौत हुई थी उसके संपर्क में आए बालाजी अस्पताल के डॉक्टर राजेश शर्मा और उनकी टीम को 28 दिन के लिए क्वॉरंटीन किया गया था। पिछले हफ्ते जब डॉक्टर राजेश शर्मा और उनकी टीम अपनी क्वॉरंटीन अवधि पूरा करके अस्पताल लौटे तो अस्पताल में उनका स्वागत किया गया। काम पर वापिस लौटने के बाद डॉक्टर राजेश शर्मा ने बालाजी अस्पताल के अपने स्टाफ को कहा कि कोरोना महामारी से घबराने की नहीं बल्कि इससे डटकर मुकाबला करने की जरूरत है।
डॉ राजेश शर्मा ने अपने उन 28 दिनों के अनुभव शेयर किए हैं,जो 28 दिन उन्होंने इंस्टीटयूशनल व होम क्वॉरंटीन में काटे। उनके अस्पताल में अमेरिका की ट्रेवल हिस्ट्री वाला तिब्बती मूल का एक व्यक्ति उपचार के लिए पहुंचा था। बाद में वह व्यक्ति कोरोना से संक्रमित पाया गया था और नजदीक के टांडा अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। कोरोना संक्रमित व्यक्ति की मौत की पुष्टि के बाद डॉ राजेश शर्मा और उनकी पूरी टीम को क्वॉरंटीन कर दिया गया था।
हिमाचल प्रदेश में कोरोना वायरस के अबतक कुल 40 मामले सामने आ चुके है, एक व्यक्ति की मौत हुई है। राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद अबतक 28 लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं,4 लोग माइग्रेट हुए हैं, यानि अब राज्य में कोरोना के एक्टिव केस सिर्फ 7 बचे हैं और पिछले हफ्तेभर से राज्य में कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है।