नई दिल्ली: दुनिया में योग के ब्रैंड एंबेसेडर योगगुरू स्वामी रामदेव अब लंदन के मशहूर मैडम तुसाद म्यूज़ियम में दुनिया की जानी-मानी हस्तियों को योग सिखाते नजर आएंगे। मैडम तुसाद म्यूजियम में जल्द ही बाबा रामदेव की मोम का पुतला लगेगा। खास बात ये है कि स्वामी विवेकानंद के बाद रामदेव दूसरे संत हैं जिनका मोम का पुतला दुनिया के इस मशहूर म्यूज़ियम में लगने जा रहा है। स्वामी रामदेव इन दिनों लंदन में हैं और यहीं उनका मेजरमेंट लिया गया।
मैडम तुसाद म्यूज़ियम की टीम स्वामी रामदेव के मोम के पुतले में कोई कमीं नहीं रखना चाहती है इसीलिए 20 एक्सपर्ट्स की टीम बनाई गई है जो कई महीनों की मेहनत के बाद योगगुरू रामदेव की वैक्स स्टेच्यू तैयार करेगी। बाबा रामदेव का जो पुतला म्यूजियम में लगाया जाएगा, वह भी मोम का ही बना होगा और इसमें वह वृक्षासन मुद्रा में नजर आएंगे। गौरतलब है कि योगगुरु से पहचान बनाने वाले रामदेव आज एक बहुत बड़े बिजनस ग्रुप के कर्ताधर्ता हैं। इसके अलावा रामदेव राजनीति में भी काफी हस्तक्षेप और प्रभाव रखते हैं।
रामदेव ने योग से सेहत और शांति का संदेश दुनिया के कोने-कोने पहुंचाया है। दुनिया ने भी हिंदुस्तान की योग की विरासत का लोहा माना। मैडम तुसाद म्यूज़ियम ने रामदेव से उनका लुक अ लाइक पुतला लगाने की इजाजत मांगी थी। दो महीने पहले स्वामी रामदेव ने इसकी मंजूरी दे दी थी। रामदेव का कहना है कि इससे ऋषियों की हजारों साल पुरानी इस परंपरा से दुनिया ज्यादा से ज्यादा रुबरू होगी।
इस म्यूजियम में पहले से कई भारतीय हस्तियों के पुतले लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी का भी पुतला भी इनमें से से एक है। मैडम तुसाद म्यूजियम में जगह पाने वाले भारतीय पॉलिटीशियन्स में नरेंद्र मोदी तीसरी हस्ती हैं। म्यूजियम में पीएम मोदी के मोम के पुतले को 2016 में लगाया गया था। इसके अलावा यहां दुनिया के ढाई सौ से ज्यादा हस्तियों के मोम के पुतले लगे हैं।
1835 में मोम शिल्पकार मेरी तुसाद ने मैडम तुसाद म्यूजियम की स्थापना की थी तभी से ये म्यूजियम राजनीति, सिनेमा, खेल, साहित्य और संगीत जगत की मशहूर हस्तियों की मोम की मूर्तियां बनाता आया है लेकिन ये पहला मौका है जब म्यूज़ियम में किसी योगी की वैक्स स्टेच्यू लगाई जा रही है।