नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के मशहूर बाबा का ढाबा के मालिक कांता प्रसाद ने बीते गुरुवार देर रात नींद की गोलियां खा लीं। उन्हें दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। मामले में कांता प्रसाद की पत्नी बदामी देवी का बयान भी सामने आया है। बादामी देवी का कहना है कि मुझे कुछ नहीं पता है। उन्होंने क्या खाया, मैंने नहीं देखा। मैं ढाबे पर थी, जब वो बेहोश हुए। हम उन्हें हॉस्पिटल लेकर आए। डॉक्टर्स ने भी अब तक हमें कुछ नहीं बताया है। मुझे नहीं पता कि उनके दिमाग में क्या चल रहा था।
वहीं डीसीपी दक्षिण अतुल ठाकुर ने शुक्रवार को बताया कि बाबा का ढाबा के मालिक 80 वर्षीय कांता प्रसाद को कल (गुरुवार) रात सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। शराब और नींद की गोलियां खाने के बाद वह बेहोश हो गए थे। इसके लिए उनके बेटे का बयान दर्ज किया गया है। शुरुआती जांच में पुलिस ने आशंका जताई है कि उन्होंने आत्महत्या का प्रयास किया है। हालांकि, मामले की जांच चल रही है।
बता दें कि, 80 साल के कांता प्रसाद अपनी पत्नी बादामी देवी के साथ साउथ दिल्ली के मालवीय नगर में 'बाबा का ढाबा' के नाम से स्टॉल चलाते हैं। पिछले साल कोरोना की वजह से उनका काम-धंधा मंदा चल रहा था। इसके बाद उन्होंने एक वीडियो में दुखभरी कहानी दुनिया को सुनाई थी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। इसके बाद उनके ढाबे पर खाना खाने वाले ग्राहकों की भीड़ लगने लगी।
Youtuber गौरव वासन के वीडियो के जरिए लोगों के दिल में जगह बनाने वाले बुजुर्ग गौरव वासन ने बाद में उनपर ही धोखाधड़ी आरोप लगा दिए। हालांकि चंद दिनों पहले ही Youtuber गौरव वासन बुजुर्ग कांता प्रसाद से मिलने के लिए उनके ढाबे पर पहुंचे थे। गौर वासन को देखकर बाबा फूट-फूटकर रोने लगे थे। इतना ही ने बाबा ने गौरव के पैर पकड़ लिए और कहा कि गौरव की वजह से दुनिया उन्हें जानती है और वो गौरव के लिए अपनी जान दे सकते हैं। बाबा ने गौरव को देखते ही न सिर्फ फूट-फूटकर रोने लगे बल्कि उनके सिर पर हाथ रखकर दुआएं भी देते रहे। आपको बता दें कि छोटा सा ढाबा चलाने वाले कांता प्रसाद ने पिछले साल दिसंबर में इसी इलाके में नया रेस्तरां खोला था, जो अब बंद हो गया है। अब हालात कुछ ऐसे बदल गए हैं कि बाबा को लौटकर अपने पुराने ढाबे पर ही आना पड़ा है।