नई दिल्ली: महाराष्ट्र के औरंगाबाद में कचरा डंपिंग को लेकर जमकर हिंसा हुई। कचरा डंपिंग का विरोध कर रहे हजारों लोग सड़क पर उतर आए और कूड़ा लेकर जा रही कई गाड़ियों पर पहले पथराव किया और फिर उसमें आग लगा दी। उग्र भीड़ पर काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। शहर का कचरा गांव में डाले जाने का विरोध कर रहे लोगों ने पुलिस पर भी पथराव किया और पुलिस वैन पर हमला किया जिसके बाद पुलिस ने आंदोलनकारी पर जमकर लाठियां बरसायी और आंसू गैस के गोले छोड़े।
दरअसल औरंगाबाद शहर का कचरा आसपास के सात गांवों में डाला जा रहा था जिसका गांववाले पिछले 20 दिनों से विरोध कर रहे थे। बुधवार को जब प्रशासन की गाड़ी कचरा डालने के लिए मिटमिटा इलाके में पहुंची तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने गाड़ियों पर जमकर पथराव किया।
औरंगाबाद में बवाल क्यों?
औरंगाबाद के 7 गांवों में पिछले 30 साल से कचरा डंपिंग किया जा रहा है। यहां रोजाना क़रीब 611 टन कचरा डंप किया जाता है। स्थानीय लोग कचरे की दुर्गन्ध से परेशान होकर इसे बंद करने की मांग पिछले कई साल से कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प में 13 पुलिसकर्मी घायल हो गए जबकि 25 पुलिस वैन को उपद्रवियों ने निशाना बनाया। पुलिस ने 20 आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया है और पूरे इलाके में पुलिस बल तैनात कर दी गयी है।