नोएडा: ग्रेटर नोएडा में भीड़ द्वारा नाइजीरियाई छात्रों पर कथित तौर पर नस्लीय हमले की भारत सरकार निंदा की है। कथित रूप से ड्रग्स के ओवरडोज के कारण दिल का दौरा पड़ने से एक छात्र की मौत के बाद अफ्रीकी छात्रों पर मादक पदार्थ मुहैया कराने का आरोप लगाकर उनकी बर्बरता से पिटाई की गई थी। मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में 10 नामजद और 1200 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
राष्ट्रीय राजधानी के निकट अफ्रीकी छात्रों पर हुए हमले पर कूटनीतिक तकरार की आशंका के मद्देनजर, विदेश मंत्रालय ने निष्पक्ष जांच का आश्वासन देते हुए कहा कि भारत देश में विदेशियों की सुरक्षा के प्रति कृत संकल्प है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने 'उचित एवं निष्पक्ष जांच' का वादा किया है।
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मंगलवार को एक अफ्रीकी छात्र सादिक बेलो ने सुषमा स्वराज को ट्वीट कर मामले में तत्काल कदम उठाने का आग्रह किया था, जिसके बाद सुषमा ने आदित्यनाथ से बात की। सादिक बेलो ने ट्वीट में कहा था कि नोएडा में रहना अफ्रीकी लोगों के लिए जान के खतरे का मुद्दा बना हुआ है।
पुलिस के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के परी चौक पर सोमवार को कुछ लोगों ने चार अफ्रीकी छात्रों पर हमला किया था। दो अन्य को माल में पीटा गया। पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह ने बताया, "ग्रेटर नोएडा की एनएसजी सोसाइटी के बारहवीं कक्षा के छात्र मनीष खत्री की मौत के बाद हुए प्रदर्शनों के बाद इन अफ्रीकी छात्रों पर हमला हुआ।" खत्री की शनिवार को कथित रूप से ड्रग्स के ओवरडोज के कारण दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी।
सिंह ने कहा कि हमले के मामले में तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस अफसर अविनाश दीक्षित ने आईएएनएस से कहा कि पांच लोग गिरफ्तार हुए हैं और एक हजार अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के मुताबिक, खरी शुक्रवार शाम को लापता हो गया था और वह शनिवार को उसके घर के पास बेहोशी की हालत में मिला।
सिंह ने बताया, "उसे अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसके परिवार ने पांच नाइजीरियाई नागरिकों पर खत्री को नशीला पदार्थ खिलाने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी।" खत्री के परिवार के लोगों और पड़ोसियों ने सोमवार को एनएसजी सोसाइटी से परी चौक तक कैंडल मार्च निकालते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की थी।
सिंह ने कहा, "यह मार्च उस समय हिंसक हो गया जब प्रदर्शनकारियों को नाइजीरियाई लोग मिले, जिनकी पिटाई कर दी गई। उन्होंने कारें और अन्य वाहन भी भी तोड़-फोड़ दिए।" गौतमबुद्ध नगर में जिलाधिकारी एन.पी.सिंह ने कुछ नाइजीरियाई लोगों, पुलिस तथा नागरिकों, स्थानीय रेजिडेंट वेल्फेयर एसोसिएशंस, कॉलेजों व विश्वविद्यालयों के छात्रों व प्रतिनिधियों के साथ मिलकर एक शांति बैठक की। उन्होंने कहा, "वे हमारे अतिथि हैं और हमें उनका आदर करना चाहिए। यह हमारी संस्कृति का हिस्सा है।"