नई दिल्ली। असम के तिनसुकिया जिले में पिछले 15 दिन से गैस के अनियंत्रित रिसाव के बाद सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम 'ऑयल इंडिया' के बागजान कुएं में लगी भीषण आग में दो दमकलकर्मियों की मौत हो गई है। 'ऑयल इंडिया' के प्रवक्ता त्रिदिव हजारिका ने बताया कि आग लगने के बाद दो दमकलकर्मी मंगलवार को लापता हो गए थे और एनडीआरएफ के एक दल ने बुधवार सुबह उनके शव बरामद किए।
उन्होंने कहा, 'उनके शव आग लगने वाली जगह के निकट पानी वाले क्षेत्र से बरामद किए गए। प्रथमदृष्ट्या प्रतीत होता है कि वे पानी में कूद गए और डूब गए क्योंकि उनके शरीर पर जलने का कोई निशान नहीं हैं। उनकी मौत की असल वजह जांच के बाद ही पता चल पाएगी।' अधिकारी ने बताया कि दोनों की पहचान दुरलोव गोगोई और टीकेश्वर गोहेन के रूप में की गई है और दोनों कंपनी के अग्निशमन विभाग में सहायक ऑपरेटर हैं। इस आग को बुझाने के प्रयास में ओएनजीसी का एक दमकलकर्मी मामूली रूप से झुलस गया था। 'ऑयल इंडिया' ने कहा है कि इस आग को बुझाने में चार सप्ताह लग जाएंगे।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें मौके पर मौजूद हैं, गैस के कुएं से अभी भी आग की लपटें निकल रही हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि डिब्रू-साईखोवा राष्ट्रीय उद्यान के पास स्थित इस कुएं में मंगलवार (9 जून) दोपहर में विस्फोट हुआ जिसके बाद आसपास के पूरे इलाके को काले धुएं की चादर ने ढंक लिया।
ऑयल इंडिया लिमिटेड के तेल कुएं में लगी आग इतनी भीषण है कि उसकी लपटें 30 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर से देखी जा सकती हैं, कई मीटर की ऊंचाई तक धुएं का गुब्बार उठ रहा है। ऑयल इंडिया का कहना है कि इस आग पर काबू पाने में चार सप्ताह तक का वक्त लग सकता है। इससे पहले कुएं की आग बुझाने में जुटे सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) का एक दमकलकर्मी बुरी तरह घायल हो गया था।
मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने घटना के संबंध में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केन्द्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से फोन पर बात कर आग को बुझाने में तत्काल मदद मांगी है। कुएं में आग उस वक्त लगी जब वहां सफाई अभियान चल रहा था। केन्द्र ने सोनोवाल को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है, उन्हें कहा गया है कि जरूरत पड़ने पर वायुसेना भी मदद के लिए तैयार है