नई दिल्ली: असम और मिजोरम के बीच सीमा संघर्ष को हल करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा बुधवार को बुलाई गई। बैठक में दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों और पुलिस प्रमुखों ने शिरकत की। इस संघर्ष में पांच पुलिस कर्मियों और एक नागरिक की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि गृह सचिव अजय भल्ला ने बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें असम के मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ और पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत तथा मिजोरम के उनके समकक्ष लालनुनमाविया चुआंगो और एसबीके सिंह ने हिस्सा लिया।
गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, “केंद्र सरकार असम-मिजोरम सीमा विवाद से चिंतित है जिसके कारण हिंसा हुई और छह लोगों की मौत हो गई। बैठक का उद्देश्य तनाव कम करना, शांति स्थापित करना और संभावित समाधान खोजना है।” अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ के महानिदेशक भी बैठक में शामिल हुए क्योंकि अर्धसैनिक बल के जवानों को असम-मिजोरम के सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात किया गया है, जहां तनाव अधिक है।
मीटिंग के बाद मिजोरम के गृह सचिव लालनुनमाविया चुआंगो ने कहा कि 'अभी शांति है, बातचीत चल रही है। राज्यों की पुलिस को हटाया जाएगा।' बता दें कि पहले यह मीटिंग सुबह 10.30 बजे होने वाली थी लेकिन उस समय मिजोरम के मुख्य सचिव के साथ कुछ देर की मीटिंग के बाद इसे 4 बजे के लिए पोसपोंड कर दिया गया था। फिर, शाम 4.30 बजे एक बार फिर मीटिंग शुरू हुई, जो 6.30 बजे तक चली।
गौरतलब है कि मिजोरम पुलिस ने असम के अधिकारियों की एक टीम पर सोमवार को गोलीबारी कर दी, जिसमें में असम पुलिस के पांच कर्मियों और एक नागरिक की मौत हो गई और एक पुलिस अधीक्षक सहित 50 से अधिक अन्य लोग जख्मी हो गए। बता दें कि असम के बराक घाटी के जिले कछार, करीमगंज और हाइलाकांडी की मिजोरम के तीन जिलों आइजोल, कोलासिब और मामित के साथ 164 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है।