गुवाहाटी: बाढ़ के काऱण तहस-नहस हो चुके केरल के लिए एक अच्छी खबर है। भारतीय मौसम विभाग की मानें तो केरल में अगले पांच दिन तक भारी बारिश होने के आसार बहुत कम ही हैं और धीरे-धीरे बारिश के पूरी तरह कम होने की उम्मीद भी जताई जा रही है। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने आज कहा कि उनका राज्य बाढ़ से तबाह केरल को तीन करोड़ रुपये की सहायता देगा। केरल में पिछले दस दिनों में बाढ़ से 370 लोगों की मौत हो गई है। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में मुख्यमंत्री के हवाले से कहा गया, ‘‘असम सरकार दक्षिणी राज्य में इस विध्वंसकारी बाढ़ के मद्देनजर केरल सरकार को तीन करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता देगी।’’ (केरल में बाढ़ की विनाशलीला जारी, 100 साल के सबसे खौफनाक सैलाब में अब तक 370 लोगों की मौत )
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- लगभग 10 लाख लोग राहत शिवीरों में, लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है।
- कोच्चि में एक घर की छत पर लिखा 'धन्यवाद' नोट, जहां से सीडीआर विजय वर्मा ने 17 अगस्त को दो महिलाओं को बचाया था।
हिंदुस्तान के सबसे खूबसूरत राज्यों में शुमार केरल इन दिनों कराह रहा है। पूरा केरल जल प्रलय की चपेट में है। राज्य के 14 जिलों में कुदरत का ऐसा कहर बरपा है कि अब तक साढ़े तीन सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हजारों लोग बेघर हो चुके हैं...लेकिन लाखों लोग बचाए भी गए हैं और ये मुमकिन हुआ है केरल में चल रहे सदी के सबसे बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन की वजह से। डूबते-कराहते केरल में कयामत के बीच आर्मी, नेवी, एयरफोर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ समेत तमाम दूसरी एजेंसियों के जांबाज फरिश्ते सैलाब के भंवर में फंसे लोगों की जिंदगी बचाने में दिन-रात जुटे हैं। केरल में बाढ़ के बाद युद्ध स्तर पर राहत और बचाव का काम जारी है 5 हज़ार 645 राहत शिविर बनाए गए है और रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF की 58 टीमें जुटी हुई हैं।
पोप फ्रांसिस ने भी अंतरराष्ट्रीय समुदाय का आह्वान किया कि वह बाढ़ से प्रभावित केरल के पीड़ितों की ‘‘ठोस मदद’’ करें। उन्होंने इस बाढ़ को ‘‘भयानक आपदा’’ करार दिया। वेटिकन न्यूज के मुताबिक पोप फ्रांसिस ने सेंट पीटर्स स्क्वायर पर बाढ़ पीड़ितों के लिये प्रार्थना की। उन्होंने कहा, ‘‘केरलवासी भारी बारिश से आई बाढ़ की विभीषिका में फंस गए हैं। व्यापक जनहानि हुई है, कई लोग लापता और विस्थापित हैं। फसलों और घरों को भी काफी नुकसान पहुंचा है।’’ उन्होंने उम्मीद जताई कि ‘‘इन भाइयों और बहनों’’ को अंतरराष्ट्रीय समुदाय की एकजुटता और ठोस मदद मिलेगी। उन्होंने केरल के चर्चों का भी जिक्र किया जो लोगों को मदद पहुंचाने के लिये अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। पोप फ्रांसिस ने इसके बाद वहां उपस्थित लोगों के साथ पीड़ितों के लिये प्रार्थना की।