गुहावटी. असम सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे राज्य के करीब 86 हजार लोगों के खातों में सोमावार को दो-दो हजार रुपये की मदद पहुंचाई गई। असम के वित्तमंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल द्वारा रविवार को हालात की समीक्षा के लिए बुलाई गई बैठक में राज्य से बाहर फंसे लोगों को आर्थिक मदद देने का फैसला किया गया।
सरमा ने कहा, ‘‘बाहर फंसे असम के जरूरतमंद लोगों को वित्तीय मदद पहुंचाने की यह पहली किस्त है। दूसरी किस्त लॉकडाउन खत्म होने से पहले पहुंचाई जाएगी।’’ सरमा ने बताया कि पहले चरण में 99,758 लोगों को मदद के लिए योग्य पाया गया। उन्होंने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी आधारित प्रणाली के जरिये 4,29,851 लोगों ने राज्य सरकार से संपर्क किया था।
असम में कोरोना वायरस का एक और मरीज ठीक हुआ
असम में कोरोना वायरस का एक और मरीज इलाज के बाद ठीक हो गया और उन्हें सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इसी के साथ राज्य में संक्रमण से ठीक हुए मरीजों की संख्या 18 हो गई है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट किया, "कोविड-19 के मरीज हज़रत अली को आज सोनापुर सिविल अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। उनकी लगातार दो रिपोर्टें निगेटिव आईं।"
उन्होंने बताया कि इसी के साथ इलाज के बाद ठीक हुए मरीजों की संख्या 18 हो गई है। सभी को घर में पृथकवास के दिशा-निर्देंशों का कड़ाई से पालन करने के लिए कहा गया है। रविवार की रात स्वास्थ्य विभाग ने बताया था कि कोरोना वायरस की जांच के लिए अब तक 4,856 नमूने भेजे गए हैं। उनमें से 34 के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। राज्य में कोरोना वायरस की वजह से एक मरीज की मौत हुई है।
बहरहाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि असम में कोरोना वायरस के 35 मामले हैं। इस बीच, मंत्री ने बताया कि कोविड-19 का इलाज करने वाले 43 डॉक्टरों और नर्सों को एक होटल में पृथक कर दिया गया जिनमें से छह ने अपने पृथकवास की अवधि पूरी कर ली और उन्हें जाने दिया गया है।