नई दिल्ली: मॉनसून आने से जहां देश के कुछ हिस्से बारिश में झूम रहे हैं, वहीं दूसरे हिस्सों में यह आफत का सबब बन गया है। असम में भारी बारिश के चलते ब्रह्मपुत्र और सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ गया है, जिससे राज्य के 20 से ज्यादा जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। बाढ़ ने राज्य में काजीरंगा नेशनल पार्क को भी प्रभावित किया है जिसके बाद यहां वन्य जीवों खासकर एक सींग वाले गेंडे के अस्तीत्व पर खतरा मंडराने लगा है। असम में बारिश और बाढ़ के चलते अब तक 27 लोग मारे जा चुके हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क का आधे से ज्यादा हिस्सा पानी में डूब गया है। कई जानवर जान बचाकर भाग रहे हैं और पास के कार्बी एंगलोंग जिले के पहाड़ी क्षेत्र में शरण ले रहे हैं।
पार्क के निदेशक के मुताबिक, गेंडों की निगरानी और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दो ड्रोन लगाए गए हैं। ये 2,000 फीट की ऊंचाई तक उड़कर पांच किमी के दायरे में चित्र ले सकते हैं। मालूम हो, काजीरंगा नेशनल पार्क असम के गुलाघाट और नागान जिलों में फैला है।
दुनिया के दो तिहाई एक सींग वाले गेंडे यहीं रहते हैं। असम में इतना नुकसान करीब 1100 गांव पानी में डूबे हुए हैं। 18 हजार लोग 181 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। 41 हजार हेक्टेयर की खेती तबाह हो चुकी है। दो लाख मवेशियों के साथ बड़े पैमाने पर मुर्गी पालन पर असर प़़डा है।
यहां के लिए अलर्ट राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने अलर्ट जारी कर कहा है कि असम, सिक्किम, मेघालय, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में और भारी बारिश हो सकती है। ब्रह्मपुत्र नदी डिब्रूग़़ढ, निमातिघाट, बरौली और खुशियारा में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।