नयी दिल्ली: असम में बुधवार को नये इलाकों में पानी घुसने से बाढ़ की स्थिति और खराब हो गई। बाढ़ के कारण राज्य में दो और लोगों की मौत हो गई और 26 लाख से अधिक व्यक्ति इससे प्रभावित हुए हैं, जबकि उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश में वर्षाजनित घटनाओं में पांच लोगों की मौत हुई है। बिहार भी बाढ़ से जूझ रहा है जहां दस जिलों में 4.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं। लेकिन वहां अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एस.एन.प्रधान ने कहा कि असम में एनडीआरएफ की 16 टीम और बिहार में 20 टीम तैनात है। इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी में आज भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया और यातायात बाधित हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दिल्ली के अधिकतर हिस्सों और हरियाणा तथा उत्तरप्रदेश से लगते हिस्सों में बारिश हुई। सफदरजंग वेधशाला में दोपहर ढाई बजे तक 67.6 मिमी बारिश हुई। पालम और लोदी रोड मौसम केंद्रो ने क्रमश: 81.2 मिमी और 72 मिमी बारिश दर्ज की।
एक आधिकारिक बुलेटिन में बताया गया कि बाढ़ ग्रस्त असम में बुधवार को स्थिति और खराब हो गई जहां दो और लोगों की बाढ़ के कारण मौत हो गई, जबकि 26 जिलों में 26 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के कारण मंगलवार तक 24 जिलों में 24.19 लाख लोग प्रभावित हुए थे। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की बुधवार को बाढ़ रिपोर्ट के मुताबिक, बारपेटा के बाघबोर और मोरीगांव जिले के मोरीगांव में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई।
इसके साथ ही इस वर्ष बाढ़ और भूस्खलन में राज्य भर में मरने वालों की संख्या 115 हो गई है जिनमें 89 की मौत बाढ़ से और 26 की मौत भूस्खलन से हुई है। ग्वालपाड़ा बाढ़ से सबसे बुरी तरह प्रभावित जिला है जहां 4.68 लाख लोग पीड़ित हैं, जबकि बारपेटा में 3.82 लाख लोग और मोरीगांव में 3.08 लाख लोग प्रभावित हैं। एएसडीएमए के मुताबिक वर्तमान में असम में 2525 गांव जलमग्न हैं और 1,15,515.25 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को क्षति पहुंची है।
बुलेटिन के मुताबिक, बाढ़ के कारण अभी तक 120 जानवरों की मौत हुई है जबकि 147 अन्य को काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क से बचाया गया है। एक सरकारी बयान में बुधवार को बताया गया कि केंद्र सरकार असम में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए जल्द ही 346 करोड़ रुपये की राशि जारी करेगी। बिहार के दस जिलों में 4.6 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और 13 हजार से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। राज्य सरकार की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई।
विज्ञप्ति में बताया गया कि बाढ़ के कारण राज्य में कहीं भी किसी के मरने की खबर नहीं है। कोसी, बूढ़ी गंडक, कमला बलान और लाल बकेया जैसी नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं लेकिन अब उनका जल स्तर नीचे आ रहा है या स्थिर है। दस जिलों -- सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण और खगड़िया में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एस.एन.प्रधान ने कहा, ‘‘बिहार में कल स्थिति कुछ ज्यादा खतरनाक थी क्योंकि गंडक नदी में करीब पांच लाख क्यूसेक जल छोड़े जाने की संभावना थी।’’ इस बीच उत्तराखंड के पौड़ी जिले में तीन लोगों की मौत हो गई जब उनकी कार एक उफनते नाले में गिर गई। उत्तरप्रदेश के मिर्जापुर जिले के गुरुसंडी गांव में पानी से भरे एक गड्ढे में डूबने से दो बच्चों की मौत हो गई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। गुड़गांव में भी आज भारी बारिश हुई।