नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा शर्मा ने उल्फा द्वारा अपहृत ओएनजीसी कर्मचारी रितुल सैकिया की आज तड़के हुई रिहाई का स्वागत किया है। उन्होंने निरंतर मार्गदर्शन के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का आभार जताया है साथ ही ये उम्मीद भी जताई है कि राज्य में सभी के सहयोग से शांति और विकास का युग मजबूती से स्थापित होगा। हेमंत बिस्वा शर्मा ने ट्वीट कर रितुल सैकिया की रिहाई का स्वागत किया और अमित शाह के प्रति आभार व्यक्त किया है।
उग्रवादियों ने ओएनजीसी के अपहृत कर्मचारी रितुल सैकिया को नगालैंड से लगती सीमा के पास म्यांमार में शनिवार सुबह रिहा कर दिया। उग्रवादियों ने सैकिया का 21 अप्रैल को अपहरण किया था और उन्हें आज सुबह नगालैंड के मोन जिले में लोंगवा गांव की सीमा के पास छोड़ दिया।
सैकिया को म्यांमार की सीमा की तरफ सुबह करीब सात बजे रिहा किया गया और वह भारत में प्रवेश करने के लिए करीब 40 मिनट तक पैदल चले। सेना और नगालैंड पुलिस सैकिया को मोन पुलिस थाने लेकर गईं। असम पुलिस की एक टीम भी वहां मौजूद है और उन्हें वापस घर लाने के लिए औपचारिकताएं पूरी कर रही है।
उल्फा (आई) के उग्रवादियों ने 21 अप्रैल को असम-नगालैंड सीमा पर शिवसागर जिले में स्थित लाकवा तेल क्षेत्र से तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के तीन कर्मचारियों का अपहरण किया था। नगालैंड के मोन जिले में भारत-म्यांमार सीमा के पास एक मुठभेड़ के बाद 24 अप्रैल को दो कर्मचारियों-मोहिनी मोहन गोगोई और अलाकेश सैकिया को बचा लिया गया था जबकि रितुल सैकिया की तलाश चल रही थी।
इनपुट-भाषा