रंगिया: असम में रंगिया रेलवे स्टेशन से रेलवे सुरक्षा बल ने 2 संदिग्ध मानव तस्करों के चंगुल से 5 नाबालिग लड़कों और 5 युवकों को मुक्त कराया तथा दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। RPF अधिकारी ने बताया कि उन्हें साथ लेकर जा रहे दो लोगों को पकड़ लिया गया है। उन्होंने बताया कि नाबालिग लड़के जलपाईगुड़ी के लिए ट्रेन से रवाना होने वाले थे, जहां से उन्हें नेपाल ले जाना था, जबकि 5 अन्य को लुधियाना भेजा जाना था। इन सभी की उम्र 20 साल के आस-पास थी।
RPF के अधिकारी अशोक दास ने बताया कि गुप्त सूचना मिलने पर मंगलवार को RPF कर्मियों ने उन्हें रंगिया रेलवे स्टेशन से मुक्त कराया। 2 संदिग्ध तस्कर उन्हें कथित रूप से राज्य से बाहर ले जाने वाले थे। दास ने बताया कि नाबालिग लड़के कामरूप जिले के छायगांव पुलिस थाना अंतर्गत बमुनीगांव गांव से हैं, जबकि पांचों युवक सोनितपुर जिले के बिस्वनाथ चरियाली गांव से हैं। दोनों संदिग्ध तस्करों की पहचान बक्सा जिले के बिष्णुपुर धनबिल गांव के रहने वाले रजीब मदाही और हेमंत मदाही के तौर पर हुई है।
उन्होंने बताया कि उनके पास से रेलवे टिकटों के अलावा आधार कार्ड की फर्जी प्रतियां, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, एटीएम कार्ड, दो मोबाइल हैंडसेट, नेपाल का एक सिमकार्ड बरामद हुआ है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के बाद आरपीएफ ने सभी 10 लोगों और संदिग्ध मानव तस्करों को पुलिस के हवाले कर दिया। आपको बता दें कि देश में मानव तस्करी एक बड़ी समस्या है और हर साल लाखों लोग इससे प्रभावित होते हैं।