नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत को पार्टी में संगठन और प्रशिक्षण का शुक्रवार को प्रभारी महासचिव नियुक्त किया गया। इसके साथ ही इस वर्ष के अंत में पार्टी के राजस्थान विधानसभा चुनाव जीतने की स्थिति में मुख्यमंत्री बनने का मौका उनके लिए लगभग समाप्त हो गया है। उन्होंने जर्नादन द्विवेदी (73) का स्थान लिया है। द्विवेदी वर्ष 2007 से इस पद को संभाल रहे थे। पार्टी में पहले से ही महासचिव का पद संभाल रहे 67 वर्षीय गहलोत को एक और नया पद देना इस ओर इशारा कर रहा है कि पार्टी राजस्थान में 41 वर्षीय सचिन पायलट को विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बना सकती है।
गहलोत कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी हैं, और हालिया गुजरात विधानसभा चुनाव में उनके साथ उन्होंने काफी काम किया है। गुजरात चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पार्टी ने उनकी प्रशंसा भी की थी। संगठन में गहलोत की नए पद पर नियुक्ति करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, "पार्टी जनार्दन द्विवेदी के कठिन परिश्रम और योगदान की सराहना करती है।" इससे पहले राहुल ने अशोक गहलोत के स्थान पर राजीव साटव को गुजरात का नया पार्टी प्रभारी और ओडिशा में बी.के. हरिप्रसाद को हटाकर जितेन्द्र सिंह को नया राज्य प्रभारी नियुक्त किया था।
पार्टी के नए गुजरात प्रभारी साटव महाराष्ट्र के हिंगोली से सांसद हैं। राहुल के करीबी सहयोगी और पूर्व गृह राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह को ओडिशा में हरिप्रसाद की जगह पर राज्य प्रभारी बनाया गया है। यहां अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने एक बयान जारी कर कहा, "पार्टी बी.के. हरिप्रसाद के कार्य और योगदान के लिए उनकी सराहना करती है, जो ओडिशा में कांग्रेस महासचिव का पद छोड़ रहे हैं।" राहुल ने लालजी देसाई को अखिल भारतीय कांग्रेस सेवा दल का नया प्रमुख संगठक बनाया है। वह महेंद्र जोशी का स्थान लेंगे।