नई दिल्ली: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को दावा किया कि सरकार नागरिकता (संशोधन) विधेयक के जरिए पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना के विचारों को फिर से जिंदा कर रही है। एक कार्यक्रम में ओवैसी ने कहा कि भले ही यह विधेयक संसद से पारित हो जाए लेकिन वह सुनवाई के लिए देश में “सभी दरवाजों को खटखटाएंगे” और लोगों के सामने अपना नजरिया रखेंगे।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता ने कहा, “आप क्या संदेश देना चाहते हैं। मुस्लिम राजनीतिक रूप से हाशिए पर थे और अब आप उनको और हाशिए पर धकेलना चाह रहे हैं।” कांग्रेस और राकांपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि शिवसेना के खिलाफ चुनाव लड़ने के बावजूद, दोनों दलों ने राजनीतिक लाभ के लिए इस भगवा पार्टी से हाथ मिला लिया।
ओवैसी ने कहा, “महाराष्ट्र में मेरे और इम्तियाज जलील के खिलाफ एक अभियान चलाया गया। मतदाताओं से भाजपा और शिवसेना के साथ-साथ हमें भी हराने के लिए कांग्रेस और राकांपा को वोट देने के लिए कहा गया था।” उन्होंने कहा, “चुनाव के बाद, कांग्रेस ने शिवसेना के साथ ‘निकाह’ कर लिया और शरद पवार ने उद्धव ठाकरे के साथ ‘वलीमा’ कराया।”