श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने अपन उस बयान के लिए खेद जताया है जिसमें उन्होंने कहा था कि आतंकवादी सुरक्षाकर्मियों समेत बेगुनाहों की हत्या करना बंद करे और इसके बजाय उन लोगों को निशाना बनाएं ‘’जिन्होंने वर्षों तक कश्मीर की सम्पदा को लूटा है’’। राज्यपाल के इस बयान के बाद विवाद पैदा हो गया है।
अपने इस बयान पर खेद जताते हुए गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कहा कि गवर्नर होने के नाते उन्हें ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था लेकिन मेरी व्यक्तिगत भावना यही है। गवर्नर ने कहा कि कई बड़े राजनेता और बड़े अधिकारी यहां (जम्मू-कश्मीर) भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
लद्दाख क्षेत्र के करगिल में ‘ख्री सुल्तान चो स्पोर्ट्स स्टेडियम करगिल’ में ‘करगिल लद्दाख पर्यटन महोत्सव-2019’ के उद्घाटन के दौरान मलिक ने कहा, ‘‘ये लड़के जिन्होंने हथियार उठाया है वे अपने ही लोगों की हत्या कर रहे हैं, वे पीएसओ (निजी सुरक्षा अधिकारियों) और एसपीओ (विशेष पुलिस अधिकारियों) की हत्या कर रहे हैं। इनकी हत्या क्यों कर रहे हो? उनकी हत्या करो जिन्होंने कश्मीर की सम्पदा लूटी है। क्या तुमने इनमें से किसी मारा है?’’
हालांकि राज्यपाल ने फौरन यह भी कहा कि हथियार उठाना कभी हल नहीं हो सकता और श्रीलंका में लिट्टे का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, ‘‘भारत सरकार कभी हथियार के आगे घुटने नहीं टेकेगी।’’ उन्होंने आतंकवादियों से हिंसा का रास्ता नहीं अपनाने को कहा। उन्होंने मुख्यधारा के नेताओं पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए कहा कि ये नेता दिल्ली में अलग भाषा बोलते हैं और कश्मीर में कुछ और बोलते हैं।