मुंबई/नई दिल्ली: इंडिया टीवी ने मुंबई क्रूज ड्रग्स केस (आर्यन खान केस) के गवाह विजय पगारे और मामले के कथित मास्टरमाइंड सुनिल पाटिल से एक्सक्लूसिव बातचीत की है। गवाह विजय पगारे ने मामले में कई खुलासे किए। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आर्यन खान को छोड़ने के लिए डील हो रही थी। इतना ही नहीं, विजय पगारे ने कहा कि आर्यन खान को सौ फीसदी जानबूझकर फंसाया गया है। वहीं, कथित तौर पर मास्टरमाइंड बताए जा रहे सुनिल पाटिल ने कहा कि वह मास्टरमाइंड नहीं है।
विजय पगारे ने क्या-क्या कहा?
विजय पगारे ने कहा ने कहा कि 'इस केस में पैसों के लिए आर्यन खान को फंसाया गया है।' पगारे ने कहा कि 'मैं चार-पांच महीने तक सुनिल पाटिल के साथ रहा, मुझे उससे पैसे लेने थे। 27 सितंबर को मनीष भानूशाली होटल के कमरे में आया था और सुनिल पाटिल की पप्पी लेकर बोला कि बहुत बड़ा गेम हो गया है। चलो अभी अहमदाबाद निकलना है, नाना (विजय पगारे) के पैसे 2-3 दिन में दे देंगे। ऐसा बोलकर वह अहमदाबाद चले गए थे।'
पगारे ने कहा कि 'फिर 3 अक्टूबर को सुबह जब भानूशाली मेरे रूम पर आया। बोला कि गेम हो गया, तेरा पैसा मिल जाएगा, चलो मुंबई में। जब मैं गाड़ी में बैठा तो भानूशाली मोबाइल पर बोल रहा था कि भाऊ (सुनिल पाटिल) 25 करोड़ की जगह 18 करोड़ में डील हुई है।' पगारे ने कहा कि 'फिर जब मैं 5 अक्टूबर को सुनिल पाटिल से सूरत में मिला, उसने मुझसे कहा कि 18 करोड़ में डील हो गई थी।'
सुनिल पाटिल ने इंडिया टीवी से क्या कहा?
सुनिल पाटिल ने खुद पर मास्टरमाइंड होने के आरोप पर कहा कि 'मैं मास्टरमाइंड नहीं हूं। न इस केस से मुझे ज्यादा लेना-देना है। मैंने सिर्फ एक-दूसरे के कॉन्टेक्ट कराए थे। ये जब एक तारीख (अक्टूबर) को टिप आई, मनीष भानूशाली मेरे दोस्त थे। नीरज यादव ने मनीष भानूशाली को टिप भेजी कि बड़ी शिप में ड्रग्स पार्टी है, उसमें रेड करानी है।'
सुनिल पाटिल ने कहा कि 'फिर मनीष मुझ पर दबाव बनाने लगा कि भाऊ दो न कॉन्टेक्ट, तो मुझे याद था सैम डिसूजा की स्टोरी, उसे मैं एक साल से जानता हूं, उसकी कोई 4 महीने पहले NCB से डीलिंग हुई थी, उसने बताया था कि मैं करीब 25 लाख रुपये देकर छूटा हूं। तो मैं मनीष को सैम का नाम बताया और कहा कि उससे कॉन्टेक्ट कर लो।'