नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू)की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के अनिश्चितकालीन अनशन का रविवार को तीसरा दिन है। स्वाति दुष्कर्म पीड़िताओं के आरोपियों के लिए मृत्युदंड की मांग को लेकर अनशन कर रही हैं। इस बीच देश में दो अलग अलग जगहों पर दो नाबालिगों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं सामने आई हैं। मालीवाल ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के उन्नाव और जम्मू एवं कश्मीर के कठुआ जिले में हुई दुष्कर्म की घटनाओं के मद्देनजर राजघाट पर विरोधस्वरूप अनशन शुरू किया था। दिल्ली महिला आयोग प्रमुख ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे एक पत्र में कहा था, "मैं अपना अनशन तब तक नहीं तोड़ूंगी, जब तक प्रधानमंत्री देश से बेटियों की सुरक्षा के लिए एक बेहतर प्रणाली बनाने का वादा नहीं करते।" दिल्ली में मालीवाल के अनशन के बीच पटना में अधिकारियों ने कहा कि रविवार को एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। घटना दोपहर 12:30 बजे बिहार की राजधानी के मध्य स्थित एक रेलवे लाइन के समीप की है।
पुलिस अधिकारी रमाशंकर सिंह ने कहा, "छोटू कुमार और फेकन कुमार दोनों आरोपियों को गश्ती पुलिस ने लड़की द्वारा मदद के लिए चीखपुकार की आवाज सुनकर धर दबोचा। लड़की ने भी दोनों की पहचान कर ली है।"ओडिशा में पुलिस ने कहा कि बालासोर में युवक ने एक चार साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। 24 वर्षीय आरोपी नित्याचरण जेना पड़ोसी है।शुक्रवार को जब बच्ची बाहर खेल रही थी तो जेना ने उसे चॉकलेट का लालच दिया और अपने घर ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस के मुताबिक लड़की को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके परिवार ने शनिवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इस बीच श्रीनगर में नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने एक विशेष जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की है ताकि नाबालिगों के साथ दुष्कर्म करने वाले दोषियों को मौत की सजा वाला विधेयक पारित किया जा सके। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती पहले ही कह चुकी हैं कि जम्मू एवं कश्मीर जल्द ही नाबालिगों के साथ दुष्कर्म के दोषियों के खिलाफ मौत की सजा वाला विधेयक पारित करने जा रही है।
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कहा कि उनकी सरकार बच्चियों से बलात्कार के मामलों में मौत की सजा सुनिश्चित करने के लिए कानून में संशोधन करेगी। विधानसभा के अगले सत्र के दौरान इसको लेकर विधायी कदम उठाने का वादा करते हुए केजरीवाल ने कहा कि त्वरित अदालतें गठित की जाएंगी ताकि महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में छह महीने के भीतर सुनवाई पूरी हो सके। केजरीवाल ने उन्नाव और कठुआ बलात्कार मामलों को लेकर भाजपा पर हमले तेज करते हुए कहा कि अगर आरोपी का ताल्लुक सत्तारूढ़ पार्टी से हो तो पूरा मशीनरी उसे बचाने में लग जाएगी। उन्होंने कहा , ‘‘ विछले तीन वर्षों में जितने विधेयक पारित किए गए और केंद्र के पास भेजे गए , उनमें से किसी को मंजूरी नहीं मिली। हम इन संशोधनों को केंद्र सरकार के पास भेजेंगे। मैं केंद्र सरकार से अपील करूंगा कि इनको पारित किया जाए ताकि महिलाओं के लिए सुरक्षा और त्वरित न्याय सुनिश्चित हो सके। ’’
केजरीवाल ने दिल्ली उच्च न्यायालय से भी अपील की कि वह कई त्वरित अदालतें और न्यायाधीश दे ताकि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामलों की सुनवाई छह महीनों में पूरी हो सके। वहीं दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के अनशन में उनका समर्थन करने पहुंचे थे। स्वाति मालीवाल महिला विरोधी अपराधों के खिलाफ अनिश्चितकालीन अनशन कर रही हैं।