नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि निर्भया के दोषियों की फांसी टलवाने में दिल्ली सरकार का कोई रोल नहीं है। इंडिया टीवी पर रजत शर्मा के शो 'आप की अदालत' में सवालों का जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा, 'लीगल प्रॉसेस का उनके वकील ने गलत इस्तेमाल किया.. चारों ने एक साथ मर्सी पिटिशन नहीं डाली... सब अलग-अलग पिटिशन डाल रहे हैं। केंद्र सरकार, कोर्ट और हम भी इस स्थिति पर विचार रहे हैं। मैं भी चाहता हूं कि जल्द से जल्द से फांसी हो। जहां तक इस आरोप का सवाल है कि केजरीवाल सरकार देरी कर रही तो मैं साफ कर देता हूं कि इसमें मेरा कोई रोल नहीं है। दिल्ली सरकार के वकील ने कानूनी पक्ष रखा था... दिल्ली सरकार का काम केवल पोस्ट ऑफिस का है.. हमलोगों को रूल बदलने पड़ेंगे ताकि कोई इसका गलत इस्तेमाल नहीं कर सके।
पाकिस्तान के मंत्री फवाद चौधरी द्वारा ट्वीट कर भारत के लोगों को दिल्ली चुनाव में मोदी को हराने की अपील के सवाल पर केजरीवाल ने कहा, मैंने उनको (फवाद खान) कड़ा जवाब दिया। मैंने उनको कहा कि मोदी जी हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं, वो मेरे भी प्रधानमंत्री हैं। हमारे देश का चुनाव हमारा आन्तरिक मामला है। जो देश पूरी दुनिया के अन्दर सबसे ज्यादा आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए प्रसिद्ध है, उससे हमें कोई सलाह नहीं चाहिए। वो हमारे आन्तरिक मामलों में दखलंदाजी देना बन्द करें।'
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा, '...आज अमित शाह जी मुझे कुछ भी कह सकते हैं, मैं अमित शाह जी को कुछ भी कह सकता हूं, पाकिस्तानी हमारे बीच में कुछ भी नहीं कह सकता। हम एक दूसरे के दुश्मन नहीं है, विरोधी हैं, विपक्ष हैं। जब पाकिस्तान की बात आती है तो हम सभी एक हो जाते हैं, लेकिन पाकिस्तान कहे कि इसको जिता देना, उसको नहीं, ये नहीं चलेगा। पाकिस्तान बीच में दखलंदाजी नहीं कर सकता।'
देशद्रोह के आरोप में शरजील इमाम की गिरफ्तारी पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अगर दिल्ली पुलिस उनकी सरकार के अधीन होती तो शरजील को 48 घंटे के बजाय दो घंटे के भीतर पकड़ा जा सकता था। 'उसके (शरजील) बारे में तो हमने कहा था कि तुरंत गिरफ्तार करो, सख्त से सख्त सजा दो।'