नई दिल्ली: एम्स में पिछले शुक्रवार से भर्ती पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली अभी भी अस्पताल की सघन चिकित्सा इकाई (ICU) में ही भर्ती हैं और उनकी हालत नाजुक लेकिन ‘हीमोडायनैमिकली’ स्थिर है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
‘हीमोडायनैमिकली’ स्थिर होने का अर्थ है कि मरीज का दिल ठीक तरीके से काम कर रहा है और उसके शरीर में रक्त का संचार सामान्य है। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ने शुक्रवार के बाद जेटली के स्वास्थ्य के संबंध में कोई बुलिटेन जारी नहीं किया है। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, जेटली के स्वास्थ्य की जानकारी लेने शनिवार को एम्स गए थे। तब उनके कार्यालय ने कहा था कि पूर्व मंत्री पर उपचार का असर हो रहा है।
66 वर्षीय जेटली को दिल की धड़कन तेज होने और बेचैनी की शिकायत के बाद शुक्रवार सुबह एम्स के आईसीयू में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों ने तब कहा था कि उनकी हालत ‘हीमोडायनैमिकली’ स्थिर बनी हुई है और विभिन्न क्षेत्र के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम उनके उपचार की निगरानी कर रही है। अस्पताल ने शनिवार या रविवार को जेटली के स्वास्थ्य के संबंध में कोई ताजा बुलिटेन जारी नहीं किया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, लोकतांत्रिक जनता दल के प्रमुख शरद यादव समेत कई नेता शुक्रवार को अस्पताल गए थे। जेटली को इसी साल मई में उपचार के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था।
पेशे से वकील जेटली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली पहली राजग सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जेटली ने स्वास्थ्य कारणों से 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा था। जेटली का पिछले वर्ष 14 मई को किडनी प्रतिरोपण हुआ था। उन्होंने अप्रैल 2018 से कार्यालय आना बंद कर दिया था और वह 23 अगस्त, 2018 को वित्त मंत्रालय में लौटे थे।