नई दिल्ली: फंड बचाने और सेना मुख्यालय के साथ बेहतर संपर्क सुनिश्चित करने के लिए आने वाले समय में भारतीय सेना अपने ट्रेनिंग कमांड हेडक्वार्टर को शिमला (हिमाचल प्रदेश) से मेरठ (उत्तर प्रदेश) शिफ्ट करने की योजना बना रही है। सेना से जुड़े सूत्रों ने कहा कि, ऐसी योजना इसलिए बनाई जा रही है ताकि खर्च और मुख्यालय से पहाड़ी लोकेशन तक यात्रा करने में होने वाले समय को कम किया जा सके।
सेना द्वारा यह कदम कई स्तरों पर किए जा रहे पुनर्गठन का हिस्सा है। सेना के सूत्रों ने बताया कि मुख्यालय को बेहतर बुनियादी ढांचे के लिए शिमला से बाहर ले जाने की जरूरत है, क्योंकि पुनर्गठन से कमांड की भूमिका में विस्तार होगा। सूत्रों ने कहा कि ट्रेनिंग कमांड हेडक्वार्टर के लिए मेरठ बेहतर होगा, क्योंकि यह एक्सप्रेस हाईवे से जुड़ा है और यहां तीव्र रेल कॉरिडोर भी तैयार किया जा रहा है।
सूत्रों का ये भी कहना है कि सैन्य प्रशिक्षण महानिदेशालय का भी एआरटीएसी के साथ विलय कर दिया जाएगा। सैन्य प्रशिक्षण महानिदेशालय इस वक़्त दिल्ली स्थित सेना मुख्यालय में है। सेना का पुनर्गठन करने की कवायद सेना के सर्वोच्च जनरलों के नेतृत्व में चार व्यापक अध्ययनों पर आधारित है। भविष्य के युद्धों के लिए 1.3 मिलियन-मजबूत सुरक्षा बलों को लड़ने वाली मशीन में बदलने की दिशा में प्रयास किया जा रहा है।