नई दिल्ली। 29 सितंबर 2016 को भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर जो सर्जिकल स्ट्राइक की थी उसकी तैयारी सवा साल पहले यानि जून 2015 से शुरू हो गई थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद सर्जिकल स्ट्राइक की मंजूरी दी थी। सर्जिकल स्ट्राइक के समय सेना अध्यक्ष रहे जनरल (रिटा.) दलबीर सिंह सुहाग ने गुरुवार को इंडिया टीवी पर यह जानकारी दी।
गुरुवार को रक्षा मंत्रालय की तरफ सर्जिकल सट्राइक का दूसरा वीडियो जारी किया गया है जिसमें आतंकी ठिकानों को साफ तौर पर नष्ट करते हुए दिखाया गया है। 2 दिन बाद सर्जिकल सट्राइक को 2 साल होने जा रहे हैं, इससे पहले ही रक्षा मंत्रालय की तरफ से यह वीडियो जारी किया गया है। हाल में मौजूदा सेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत ने कहा था कि सीमा पार आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के लिए एक और सर्जिकल सट्राइक की जरूरत है, हालांकि उनहों ने यह भी कहा थी कि वह इसके बारे में अपनी योजना नहीं बताएंगे।
सितंबर 2016 में जब सेना ने सर्जिकल सट्राइक के बारे में जानकारी दी थी, सेना की तरफ से कहा गया था कि सर्जिकल सट्राइक में कई ऐसे आतंकी मारे गए हैं जो भारतीय सीमा में घुसने का इंतजार कर रहे थे। हालांकि सेना के सर्जिकल सट्राइक के दावों को लेकर देश में कई नेताओं की तरफ से सवाल भी उठाए गए थे।