बेंगलुरु: थल सेना के 28 वर्षीय एक जवान को लुटेरों के एक गिरोह ने चलती ट्रेन से कथित तौर पर धक्का दे दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। रेलवे पुलिस ने यह जानकारी दी। अपनी पत्नी और तीन साल की बेटी के साथ ट्रेन से सफर कर रहे जवान ने अपना मोबाइल फोन छीनने की लुटेरों की कोशिश का विरोध किया था, जिसके चलते लुटेरों ने उन्हें ट्रेन से बाहर धक्का दे दिया। यह घटना यहां पास के नयनदहल्ली में रविवार को हुई थी।
कर्नाटक के मांडया निवासी मादे गौड़ा के सिर में गंभीर चोटें लगी हैं। उन्हें गंभीर स्थिति में यहां आर्मी कमान हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। उनकी पत्नी दीपा ने यह जानकारी दी। इस घटना के सिलसिले में एक मामला दर्ज करने वाली सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के एक अधिकारी ने पीटीआई भाषा को बताया कि ‘हमारी जांच जारी है लेकिन हमें अब तक कोई सुराग नहीं मिला है।’ गौड़ा पंजाब के बठिंडा में तैनात हैं।
जवान ट्रेन से अपनी पत्नी और बेटी के साथ मांडया जा रहे थे, तभी लुटेरों ने रविवार सुबह शौचालय के पास उनका मोबाइल फोन छीनने की कोशिश की जिसके बाद यह घटना हुई। दीपा ने बताया कि उन्होंने आपातकालीन जंजीर खींच कर ट्रेन रोकी। करीब दो किमी पीछे चल कर जाने पर उन्होंने बगल की पटरी के बीच में अपने पति को पड़ा हुआ पाया।