हंदवाड़ा: उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में स्थित हंदवाड़ा में बुधवार को भारतीय सेना के जवान एक गर्भवती महिला के लिए देवदूत बनकर आए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जवानों ने बर्फ से ढंके इस इलाके में फंसी कश्मीरी महिला को अस्पताल पहुंचने में मदद की। बुनावदार के कंपनी ऑपरेटिंग बेस को मदद के लिए एक फोन आया जिसमें पेठावदार में रहने वाली नीमा बानो के पिता गुलाम मोहम्मद मीर ने अपनी गर्भवती बेटी के डिलिवरी में मदद मांगी। नीमा के पति पंजाब के पठानकोट में काम करते हैं।
बर्फबारी के चलते अपने घर में फंस गए थे गुलाम मोहम्मद
बीती रात हुई बर्फबारी के कारण गुलाम मोहम्मद अपने घर में फंस गए थे और उनके पास अस्पताल पहुंचने के लिए कोई साधन नहीं था। सीओबी के सैनिकों को, जो कि पास में ही पट्रोलिंग कर रहे थे, इस बारे में सूचित किया गया और तुरंत परिवार की मदद के लिए कहा गया। सैनिकों ने घुटनों तक बर्फ में धंसकर भी गर्भवती महिला को एक कामचलाऊ स्ट्रेचर पर लेकर लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, तत्काल एक नर्सिंग असिस्टैंट को स्वास्थ्य केंद्र पर मौजूद एक पुरुष नर्स की ब्लड प्रेशर लेने में मदद और गर्भवती महिला को स्थिर रखने के लिए भेजा गया।
महिला ने दिया एक स्वस्थ बच्चे को जन्म, परिवार ने जताया आभार
चूंकि भारी बर्फबारी के कारण सभी मार्ग बंद हो गए थे इसलिए पीएचसी से 3 किमी की दूरी पर ही गाड़ी की व्यवस्था की जा सकती थी। ऐसे में सैनिकों ने गर्भवती महिला को एक बार फिर स्ट्रेचर पर उठाया और 3 ट्रांसपोर्ट तक पहुंचाया। बाद में शाम को महिला ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया और जच्चा एवं बच्चा सुरक्षित अपने घर पहुंच गए। सेना ने भी उनकी एक फैमिली की तरह मदद की। सैनिकों द्वारा समय पर उठाए गए कदम और कोशिशों के चलते महिला की डिलीवरी सुरक्षित और सफल रही। महिला के परिवार ने सेना द्वारा प्रदान की गई सभी तरह की मदद के लिए आभार व्यक्त किया।