देहरादून: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में शनिवार को LoC के पास IED ब्लास्ट में शहीद हुए मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट को सेना ने श्रद्धांजलि दी। ये IED ब्लास्ट तब हुआ था जब मेजर आतंकियों द्वारा लगाए गए IED को डिफ्यूज कर रहे थे। ये IED अंतरराष्ट्रीय सीमा के 1.5 किलोमीटर अंदर लगाया गया था। मेजर बिष्ट की सात मार्च को शादी थी और वेडिंग कार्ड भी बंट चुके थे। लेकिन, सारी खुशियां घर में आने से पहले ही रूठ गईं।
चित्रेश सिंह बिष्ट महज 31 साल की उम्र में शहीद हो गए। वो बचपन से ही होनहार, पढ़ाई में अव्वल और देश भक्ति की भावना से लबरेज थे। उनके पिता पिछले कई दिनों से शादी की तैयारियों के लिए छुट्टी लेकर आने को कह रहे थे लेकिन उन्होंने अपने फर्ज को तवज्जो दी। बता दें कि मेजर चित्रेश के पिता एसएस बिष्ट उत्तराखंड पुलिस के रिटायर्ड इंस्पेक्टर हैं।
शहीद मेजर चित्रेश ने देहरादून के सेंट जोसफ स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की थी। उसके बाद सीएमए पुणे में पढ़ाई की और फिर सेना में शामिल होने के लिए इंडियन मिलिट्री एकेडमी (IMA) में दाखिला ले लिया। 2010 में IMA देहरादून से पासआउट होने के बाद इन्हें ट्रेनिंग के लिए एमपी के महू भेजा गया था। जहां से ट्रेनिंग पूरी कर अभी ये सेना की इंजिनियरिंग कोर में काम कर रहे थे।