जम्मू: जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा बिना किसी उकसावे के की गई गोलीबारी में सेना का एक जवान आज शहीद हो गया।सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने सुंदरबनी सेक्टर में सीमा पार से भारतीय चौकियों पर बिना किसी उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी। इसपर नियंत्रण रेखा की रक्षा कर रहे भारतीय सैनिकों ने भी जोरदार और प्रभावी जवाब दिया।
गोलीबारी में लांस नाइक योगेश मुरलीधर भडाने (22) गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। भडाने के परिवार में उनकी पत्नी हैं। भडाने महाराष्ट्र के धुले जिले के खलाने गांव के रहने वाले थे। यह घटना पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा बीएसएफ के एक हेड कांस्टेबल की सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हत्या किये जाने के कुछ ही दिनों बाद हुई है। जवाब में बीएसएफ ने पाकिस्तान के दो मोर्टार पोजिशंस को नष्ट कर दिया। उसने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अरनिया सेक्टर में निकोवाल सीमा चौकी (बीओपी) पर एक घुसपैठिए को मार गिराया और घुसपैठ के प्रयास को विफल कर दिया।
पिछले साल 31 दिसंबर को राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर एक सैन्यकर्मी शहीद हो गया था। सिपाही जगसीर सिंह की 31 दिसंबर 2017 को राजौरी जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सैनिकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पिछले साल विगत एक दशक में संघर्ष विराम उल्लंघन की सर्वाधिक घटनाएं हुईं। इसमें 35 लोगों की मौत भी हुई। मरने वालों में 19 सैन्यकर्मी और चार बीएसएफकर्मी शामिल थे। भारत, पाकिस्तान के साथ 3323 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है। उसमें से 221 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा और 740 किलोमीटर नियंत्रण रेखा जम्मू कश्मीर में पड़ती है।