उन्नाव: उन्नाव बलात्कार मामले के आरोपी भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के नाम से जारी हथियारों के लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई न्यायिक प्रक्रिया के तहत चल रही है। जिलाधिकारी देवेंद्र पांडेय ने बताया कि लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया न्यायिक है, न कि प्रशासनिक। पांडेय ने कहा कि हथियार निरस्त करने के संदर्भ में पुलिस की रिपोर्ट आ चुकी है । विधायक कुलदीप सेंगर की तरफ से उनके अधिवक्ता ने जवाब भी दाखिल किया है।
बीते दिनों अधिवक्ता हड़ताल पर थे, इसलिए सुनवाई नहीं हो पाई थी। अब सुनवाई करके निर्णय दिया जायेगा। सेंगर एक सिंगल बैरल बंदूक, एक रायफल और एक रिवाल्वर के लाइसेंस धारक हैं। इनके लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई न्यायिक प्रक्रिया के तहत चल रही है। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 13 अप्रैल, 2018 को विधायक को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद शस्त्र लाईसेंस निरस्त करने की कवायद शुरू हुई थी।