नयी दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज कहा कि जम्मू-कश्मीर में विभिन्न पक्षों के साथ बातचीत के लिए वार्ताकार की नियुक्ति होने से राज्य में सेना के अभियान प्रभावित नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार कश्मीर मुद्दे पर बात करते हुए मजबूत स्थिति में है। फिक्की के एक कार्यक्रम से इतर रावत ने संवाददाताओं से कहा कि जम्मू-कश्मीर पर सरकार की मौजूदा नीति से राज्य के हालात में व्यापक सुधार हुआ है।
यह पूछे जाने पर कि इंटेलिजेन्स ब्यूरो के पूर्व प्रमुख दिनेश्वर शर्मा को वार्ताकार नियुक्त करने से क्या राज्य में सेना के अभियान प्रभावित होंगे, रावत ने कहा, मेरा एक शब्द में उत्तर है, नहीं, ऐसा नहीं होगा। सरकार ने जम्मू-कश्मीर में सभी पक्षों के साथ सतत बातचीत के लिए सोमवार को शर्मा को अपना विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किया।
यह पूछने पर कि क्या शर्मा की नियुक्ति इस बात का संकेत है कि कश्मीर पर सरकार की कठोर नीति काम नहीं कर रही है, सेना प्रमुख ने कहा, मुझे ऐसा नहीं लगता। आपके दिमाग में जो चल रहा है, वह सही नहीं है। सरकार की नीति फलदायी रही है। सरकार मजबूत स्थिति में रहते हुए बात कर रही है।
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में सीमा पार से होने वाली घुसपैठ के मामलों में कमी आयी है और कुल मिला कर राज्य के हालात में सुधार हुआ है। रावत ने सवाल किया, जनवरी में आपने मुझसे पूछा था कि क्या कश्मीर में हालात खराब हुए हैं, क्या हमने कश्मीर को खो दिया है अब आप विश्लेषण करें कि कश्मीर कहां है उन्होंने कहा, हमने नियंत्रण रेखा पर आतंकवादियों को मार गिराया है, जिससे हालात में सुधार हुआ है।