श्रीनगर: कश्मीर में वक्त से पहले हुई बर्फबारी के चलते करोड़ो रूपये कीमत की सेब की फसल बर्बाद हो गई है। बागबानी विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कश्मीर में शनिवार को भारी बर्फबारी के चलते सेब से लदे पेड़ जड़ से उखड़ गये या उनके तनें टूट गए। अधिकारी ने बताया कि कुलगाग, पुलवामा, शोपियां, बांदीपोरा और बारामूला जिले के हिस्सों में सेब के बागीचे बुरी तरह प्रभावित हुए है। उन्होंने बताया, ‘सेब की कुछ प्रजातियों के पेड़ों में फल अब भी लगे हैं। नुकसान का ठीक-ठीक पता केवल विस्तृत सर्वेक्षण के बाद किया जा सकेगा लेकिन अनुमान है कि बर्फबारी के करोड़ों रूपये का नुकसान हुआ है।’
बागान के मालिक सरकार से नुकसान और मुआवजे के आकलन के लिए टीम के गठन की मांग कर रहे हैं। बांदीपोरा के उपायुक्त शाहिद चौधरी ने बताया, ‘राजस्व विभाग के दल तत्काल मुआवजे और सहायता के लिए सुबह (रविवार) से बागानों को और निजी संपत्तियों को पहुंचे नुकसान का अध्ययन कर रहे हैं।’ नेशनल कांफ्रेंस के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि अन्य जिलों को भी बांदीपोरा की तरह की पहल होनी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी राज्य प्रशासन से बागबानी उद्योग को पहुंचे नुकसान का आकलन करने की मांग की है। उन्होंने केन्द्र सरकार से अपील की कि वे मौसम की मार खाए फल उत्पादकों के लिए किसी पैकेज पर विचार करे।
इधर, भद्रवाह से मिली एक रिपोर्ट के मुताबिक भारी बर्फबारी के चलते डोडा जिले और चिनाब घाटी के साथ लगे जिलों में कृषक और फल उत्पादक बड़े आर्थिक घाटे होने की आशंका से चिंतित हैं। मौसम वैज्ञानिक रमेश शर्मा ने बताया कि पिछले दो दशक में पहली दफा नवंबर माह के पहले हफ्ते में इस प्रकार की भारी बर्फबारी हुई है। स्थानीय लोगों का दावा है कि 4 दशक से अधिक समय के बाद क्षेत्र में इस तरह की भारी बर्फबारी हुई है। अधिकारियों ने बताया कि जिले के बसावट वाले क्षेत्रों में 3 इंच से लेकर तीन फुट से अधिक बर्फबारी हुई है। इसके चलते कई मार्गों को बंद किया गया जबकि कई क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है।