नई दिल्ली: भाजपा सदस्य अनुराग ठाकुर द्वारा लोकसभा में कार्यवाही का कथित रूप से मोबाइल फोन द्वारा वीडियो बनाए जाने का मामला आज लोकसभा में उठा और अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने ठाकुर को चेतावनी देते हुए कहा कि दोबारा इस प्रकार की गलती नहीं होनी चाहिए और साथ ही उन्होंने सभी सदस्यों को भी इसके लिए आगाह किया।
लोकसभा में अध्यक्ष ने कहा कि इस मामले को लेकर उन्हें आम आदमी पार्टी के भगवंत मान की ओर से एक पत्र मिला है। उन्होंने कहा कि वैसे उन्हें खुद नहीं मालूम है कि ऐसा कुछ हुआ था लेकिन यदि कोई थोड़ी सी भी गलती करता है तो वह गलती है। उन्होंने कहा, इस सदन में मोबाइल फोन का उपयोग अनुशासनहीनता ही है। अगर ठाकुर ने ऐसा कुछ किया है तो वह सदन में माफी मांगें।
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इस पर अनुराग ठाकुर ने 24 जुलाई की इस घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उस दिन उन्होंने 30 साल पुराने बोफोर्स मामले को लेकर शून्यकाल में अपनी बात रखने का नोटिस दिया था लेकिन विपक्षी सदस्य हंगामा कर रहे थे और उन्होंने आसन की ओर पर्चे फाड़ कर फेंके। ठाकुर ने कहा कि भाजपा भी विपक्ष में रही है लेकिन इस तरह का आचरण उसने कभी नहीं किया। इसके साथ ही उन्होंने घटना के लिए खेद जताते हुए कहा, यदि मोबाइल से किसी को आपत्ति है तो मैं खेद व्यक्त करता हूं।
बता दें कि 24 तारीख को सुमित्रा महाजन ने आसन की ओर पर्चे फाड़कर फेंकने को लेकर कांग्रेस के 6 सदस्यों को सदन की लगातार छह बैठकों के लिए निलंबित कर दिया था। जब कांग्रेस सदस्य आसन के समक्ष आकर गो रक्षकों के मुद्दे पर हंगामा कर रहे थे तो उसी दौरान अनुराग ठाकुर ने कथित रूप से विपक्षी सदस्यों के हंगामे को मोबाइल से रिकॉर्ड किया था।
आज भी विपक्ष के सदस्यों के हंगामे के कारण साढ़े 12 बजे 15 मिनट के लिए कार्यवाही को स्थगित किए जाने के बाद जब सदन की दोबारा बैठक शुरू हुई तो कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे आसन से जानना चाहते थे कि ठाकुर के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही है जबकि ऐसे ही मामले में भगवंत मान को दो सत्र के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया था। हालांकि भगवंत मान ने संसद भवन परिसर में सदन के बाहर का वीडियो बनाया था।