हैदराबाद/चेन्नई: आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में मंगलवार को दो पुलिस मुटभेड़ में 20 चंदन तस्करों को मार गिराए जाने की घटना के बाद तमिलनाडु आक्रोश फैल गया। मारे गए तस्करों में अधिकांश के तमिलनाडु के थे।
तमिलनाडु के राजनीतिक दलों ने जहां इस घटना पर आक्रोश व्यक्त किया है वहीं मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इसे जघन्य 'जनसंहार' करार दिया है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू से इस मामले की 'विश्वसनीय जांच' करवाए जाने की अपील की है, वहीं द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के अध्यक्ष एम. करुणानिधि ने कहा कि तमिलनाडु के 12 लोगों सहित 20 लोगों का मारा जाना निंदनीय है।
पुलिस के मुताबिक, तस्करों ने हैदराबाद से करीब 500 किलोमीटर दूर चित्तूर के चंद्रगिरि मंडल क्षेत्र स्थित शेषाचलम के जंगलों में एक किलोमीटर के दायरे में दो स्थानों पर पुलिस पर हमला किया। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की।
मुठभेड़ में मारे गए लोग निर्धन आदिवासी हैं। वे सभी तमिलनाडु के रहने वाले बताए गए हैं।
पुलिस उपमहानिरीक्षक (कार्य बल) कांता राव ने आईएएनएस को बताया कि चंदन के पेड़ काट रहे 100 से अधिक तस्करों और मजदूरों ने पुलिस पर हमला किया। इसके बाद पुलिस आत्मरक्षा में गोलियां चलाने के लिए विवश हो गईं।
राव ने बताया, "उन्होंने हमारे जवानों पर लाठी-डंडों व अन्य तेज हथियारों से हमला किया।"
उन्होंने कहा कि मुठभेड़ सुबह पांच से छह बजे के बीच हुई। 11 तस्करों को पक्चीनोडु बांदा, जबकि नौ तस्करों को एटागुंटा में मार गिराया गया।
राव ने कहा, "हम इसका पता लगा रहे हैं कि मुठभेड़ में कितने पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।"
वहीं, इस घटना पर राजनीतिक जगत में खासा रोष है। नायडू को लिखे पत्र में पन्नीरसेल्वम ने कहा है, "मैं आपसे इस मामले में विश्वसनीय एवं तेज जांच करवाने का अनुरोध करता हूं, ताकि सही तथ्य सामने आ सकें और संभावित मानवाधिकार उल्लंघन की जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।"
पन्नीरसेल्वम ने कहा, "किसी तरह के मानवाधिकार उल्लंघन होने के मामले में यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि जिनके कारण यह मौतें हुईं उनके खिलाफ कार्रवाई हो तथा पीड़ितों को परिवार वालों को उचित मुआवजा मिले।"
उनके अनुसार, मृतकों में कई तमिलनाडु में तिरुवन्नामलाई और वेल्लूर जिलों को रहने वाले थे।
उन्होंने चंद्रबाबू नायडू को लिखी चिट्ठी में कहा है, "मृतकों के अवैध गतिविधियों में संलिप्त होने की संभावनाएं हैं, इसके बावजूद पुलिस द्वारा चलाए गए ऑपरेशन में इतनी बड़ी संख्या में हुई मौतें घटना को लेकर चिंता पैदा करने वाली है कि क्या सुरक्षा बलों ने पर्याप्त संयम से काम लिया था।"
चेन्नई में जारी एक बयान में करुणानिधि ने कहा कि तमिलनाडु के 12 लोगों सहित 20 लोगों का मारा जाना निंदनीय है।
उन्होंने कहा, "इस तरह के दृष्टांत तो पिछले कुछ महीनों से देखने को मिल रहे हैं, दोनों राज्यों की सरकारों के बीच बातचीत के जरिए समाधान न निकल पाने के परिणामस्वरूप 20 लोगों की जान गई है।"
हत्याओं पर गहरा दुख जाहिर करते हुए एमडीएमके महासचिव वाइको ने अभियान में शामिल पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने और उन्हें हत्या का आरोपी बनाने की मांग की। उन्होंने उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधीश से न्यायिक जांच की मांग की।
पीएमके के संस्थापक एस. रामदास ने कहा कि 20 लोगों की हत्या को किसी भी तरीके से जायज नहीं ठहराया जा सकता। आंध्र प्रदेश में लंबे समय से लाल चंदन की तस्करी चल रही है और इसके दोषियों को पकड़ना और उन्हें दंडित किया जाना जरूरी है।
लाल चंदन को लुप्तप्राय श्रेणी में रखा गया है। इसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में प्रति टन 25 लाख रुपये है। इसका उपयोग मुख्यत: कामोत्तेजक औषधि तथा संगीत वाद्ययंत्र या फर्नीचर बनाने में होता है।