अमरावती: आंध्र प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते देश में लॉकडाउन के दौरान शासन के निर्देश पर शराब की दुकानें पूरी तरह बंद है। चोरी छिपे लोग दोगुने दाम पर शराब खरीद कर पी रहे हैं। वहीं नशे के लती शराब न मिलने से अपनी जिंदगी को दांव पर लगा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में सामने आया।
यहां शराब की लत बुझाने के लिए कुछ लोगों ने सैनिटाइजर पी लिया जिसके बाद नौ लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने शुक्रवार को इसकी सूचना दी। इनमें से तीन गुरुवार को ही मारे गए हैं जबकि छह की मौत शुक्रवार को हुई है। यह घटना प्रकाशम जिले में कुरिचेदु मंडल मुख्यालय की है।
लॉकडाउन के चलते शहर व इसके आसपास के सभी गांवों में शराब की दुकानें पिछले दस दिनों से बंद हैं ऐसे में शराब के आदी इन लोगों ने सैनिटाइजर का ही सेवन करना शुरू कर दिया जिसका इस्तेमाल हाथों की सफाई के लिए किया जाता है।
मृतकों में तीन भिखारी शामिल हैं। इनमें से दो यहीं स्थित एक स्थानीय मंदिर में भीख मांगा करते थे। गुरुवार रात को इनके पेट में अचानक तेज जलन की समस्या पैदा हो गई जिसके बाद एक की तुरंत ही मौत हो गई और दूसरे को दारसी में अस्पताल ले जाया गया ?जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
एक अन्य 28 वर्षीय शख्स ने देसी शराब में सैनिटाइजर को मिलाकर उसे पीया जिसके बाद वह अपने घर पर बेहोश होकर गिर पड़ा। अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई।
छह और लोगों को शुक्रवार तड़के अस्पताल ले जाया गया और इन सभी की मौत हो गई। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश में जुटी है कि क्या इसी तरह की शिकायतों के साथ और भी लोगों को अस्पताल में ले जाया गया है या नहीं।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ कौशल ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि सैनिटाइजर्स को इलाके के दुकानों से जब्त कर लिया गया है जिन्हें अब रासायनिक विश्लेषण के लिए भेजा गया है।
पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि क्या ये सभी सिर्फ सैनिटाइजर का ही उपयोग कर रहे थे या किसी इसे किसी और भी रसायन के साथ मिलाया गया था। मृतकों की पहचान श्रीनू 25, तिरुपति 37, रेमिरेड्डी 60, कदियम रमैय्या 29, रमैय्या 65, राजिरेड्डी 65, बाबू 40, चार्ल्स 45 और ऑगस्टीन 47 के रूप में की गई है।