नई दिल्ली; आंध्र प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 9996 नए कोरोना वायरस मामले सामने आए और 82 मौतें हुई हैं। राज्य में अबतक 90440 सक्रिय मामले, 170924 डिस्चार्ज और 2378 मौतें हुई है। राज्य में अब कुल संक्रमितों की संख्या 264142 पर पहुंच चुकी है। राज्य कोविड-19 नोडल ऑफिसर ने इसकी जानकारी दी। आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में मेथनॉल मिला सेनेटाइजर पीने से कम से कम 16 व्यक्तियों की मौत हो गई। इन लोगों ने इसका सेवन शराब की जगह किया था। साथ ही इसके अवैध वितरण में लिप्त 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी पुलिस ने मंगलवार को दी। इसमें जान गंवाने वाले लोग शराब के नशे के आदी थे और उन्होंने शराब के विकल्प के तौर पर हैंड सेनेटाइजर का सेवन किया था क्योंकि पिछले महीने विभिन्न तिथियों पर कोविड-19 के चलते लागू लॉकडाउन के मद्देनजर प्रकाशम जिले के कुरीचेडू में शराब की नियमित दुकानें बंद थीं।
प्रकाशम के पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ कौशल ने मंगलवार को कहा कि जिला पुलिस की एक विशेष जांच टीम ने पाया कि ‘परफेक्ट गोल्ड’ नामक एक विशेष सेनेटाइजर मौत का कारण बना क्योंकि यह इथेनॉल के बजाय विषाक्त मेथनॉल से बना था। तेलंगाना में विकराबाद जिले के एस श्रीनिवास उर्फ जाजुला नाम के एक व्यक्ति ने हैदराबाद शहर में एक किराए के कमरे से अपने भाई शिव कुमार के साथ मिलकर अवैध रूप से सेनेटाइजर बनाया और इसे विभिन्न माध्यमों से बेचना शुरू कर दिया।
एसपी ने ओंगोल में संवाददाताओं से कहा कि एक अन्य व्यक्ति केशव अग्रवाल ने मिलावटी उत्पाद का वितरण शुरू किया क्योंकि इसमें मुनाफा अधिक था। उन्होंने बताया कि हैदराबाद के जीदिमेटला के मोहम्मद दाऊद और मोहम्मद हाजी साब ने श्रीनिवास को सेनेटाइटर बनाने के लिए मेथनॉल और अन्य सामग्री की आपूर्ति की।
कौशल ने कहा, ‘‘हमारी एसआईटी ने इन पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। बाद में कुरीचेडू में पांच मेडिकल दुकानों के मालिकों को भी गंभीर लापरवाही के लिए गिरफ्तार किया गया।’’ वास्तव में, कुरीचेडू में रिक्शा चालकों, कुछ भिखारियों और अन्य गरीब लोगों द्वारा आठ ब्रांड के सेनेटाइज़र का सेवन किया गया था, जो शराब के आदी थे। एसपी ने कहा कि जांच के दौरान सात अन्य ब्रांड का भी परीक्षण किया गया और उन्हें ‘‘सही’’ पाया गया।