झारखंड: क्या कोई ऐसा स्थान है जहां ताली बजाने से पानी अपने आप निकल कर आ सकता है ? अगर आप इस प्रश्न को सुनकर हैरान हो रहे हैं तो इसका जवाब है जी हां ऐसा होता है और वह जगह झारखंड के बोकारो जिले में हैं।
ताली बजाने से तालाब से तेजी से निकलता है पानी
झारखंड के बोकारो जिले में एक ऐसा तालाब है जहां पर ताली बजाने से पानी तेजी से बाहर निकलता है। तालाब में पानी इतनी तेजी से निकलता है मानो किसी बर्तन में पानी उबल रहा हो।
सर्दी में गर्म पानी और गर्मी में ठंडा पानी आता है
इस तालाब की एक खास बात यह है कि इसमें सर्दी में गर्म पानी और गर्मियों मे ठंड़ा पानी आता है। लोगों का कहना है कि इस पानी से नहाने पर चर्म रोग भी दूर हो जाते हैं।
आस्था से जुड़ा मामला : यहां जो भी दिल से मांगो पूरी हो जाती है मन्नत
इस पानी में जो कोई भी मन्नत मागंता है उसकी सारी मन्नतें पूरी हो जाती हैं। इस तालाब से निकलने वाला पानी जमुई नामक नाले से होता हुआ गरगा नदी में जाता है। इस तालाब को दलाही कुंद के नाम से भी जाना जाता है। यह जलाशय कंक्रीट की दीवार से घिरा हुआ है इस कुंड का जल एकदम साफ है और यह पानी औषधियों से भरा हुआ है।
कुंड के पानी पर शोध भी हो चुका है
इस कुंड पर किए गए शोध से पता चला कि ऐसी जगहों पर पानी बहुत नीचे होता है अगर लोग कहते है कि इस पानी से नहाने से चर्म रोग दूर होते हैं तो यानि इस पानी में कोई ना कोई चीज मिली हुई है। शोधकर्ताओं का कहना है कि ताली बजाने से पानी में ध्वनि तरंगों की वजह से पानी पर असर पड़ता है लेकिन यह ऊपर कैसे आता है यह पता अभी नहीं चल पाया है।
बोकारो से 27 किलोमीटर दूर है कुंड
1984 के समय में इस कुंड के पास मकर संक्रांति का मेला लगता था। लोग इस कुंड में स्नान करने के लिए आते थे। हर रविवार को यहां लोग आकर पूजा करते हैं। यह कुंड बोकारो से करीब 27 किलोमीटर दूर है।