अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) ने मंगलवार को दो कश्मीरी छात्रों का निलंबन यह कहते हुए रद्द कर दिया कि विश्वविद्यालय परिसर में किसी ‘‘गैरकानूनी कार्यक्रम’’ में उनके शामिल होने का कोई ‘‘विश्वसनीय सबूत’’ नहीं मिला है।
एएमयू प्रवक्ता सहाफे किदवई ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि एएमयू शोध छात्रों वसीम अयूब मलिक और अब्दुल हसीब मीर को ‘‘विश्वविद्यालय की तीन सदस्यीय जांच कमेटी द्वारा दोषमुक्त किये जाने के बाद’’ उनका निलंबन निरस्त कर दिया गया है।’’
प्रो. किदवई ने कहा, ‘‘दोनों छात्रों के खिलाफ कोई विश्वसनीय सबूत नहीं मिले।’’ मलिक और मीर को मारे गए हिज्बुल मुजाहिदीन आतंकवादी मन्नान बशीर वानी के लिए विश्वविद्यालय परिसर में कथित रूप से नमाजे जनाजा में शामिल होने का प्रयास करने के लिए निलंबित कर दिया गया था। इस नमाजे जनाजा को रोक दिया गया था।