नई दिल्ली: पंजाब के अमृतसर में दशहरा पर रावण दहन देख रहे लोगों को ट्रेन रौंदती हुई चली गई। इसमें 60 लोगों की मौत हो गई। इस मामले पर ट्रेन के ड्राइवर ने अपना लिखित बयान दिया है। ड्राइवर ने बताया कि वह जालंधर से चला था। मानावाला से निकला और अचानक ट्रैक पर लोग दिखे। जैसे ही उसने देखा ब्रेक लगाया, लेकिन गाड़ी की स्पीड कंट्रोल करते-करते लोगों से टक्कर हो गई। गाड़ी पूरी तरह से रुकी नहीं थी कि पीछे से पब्लिक ने अटैक करना शुरू कर दिया। गार्ड ने उसे बताया कि पब्लिक ने अटैक करना शुरू कर दिया है। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए उसने ट्रेन नहीं रोकी।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अमृतसर प्रशासन को ट्रेन दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों का विस्तृत सामाजिक-आर्थिक प्रोफाइल तैयार करने का निर्देश दिया। अमृतसर में जोड़ा फाटक के समीप शुक्रवार की शाम को दशहरे पर रावण दहन देख रहे लोग ट्रेन की चपेट में आ गये थे। इस हादसे में कम से कम 59 लोगों की जान चली गयी थी और 72 अन्य घायल हो गये थे। एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री ने शनिवार को अस्पताल में इस हादसे के प्रभावित लोगों से मुलाकात की थी। वह खासकर उन दो महिलाओं की व्यथा से भावुक हो गये जिनका बच्चे और पति समेत पूरा परिवार समाप्त हो गया। एक मामले में तो एक महिला की ससुराल के दूसरे लोग भी मारे गये।
ऐसे लोगों की व्यथा से व्यथित सिंह ने मुख्य सचिव सुरेश कुमार को कहा कि सरकार को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने से आगे बढ़कर और कुछ करने की भी जरुरत है, खासकर ऐसे मामलों में जहां प्रभावित लोग बहुत गरीब हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने घोषणा की कि यह सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त इंतजाम किया जाएगा कि ऐसे लोगों का राज्य द्वारा यथाशीघ्र पुनर्वास हो। ट्रेन हादसे के बाद की स्थिति की रविवार को समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने जिले के अधिकारियों को इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों का विस्तृत सामाजिक-आर्थिक प्रोफाइल तैयार करने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि इन लोगों के परिवारों को राशन, कपड़े, दवाइयां आदि प्रदान की जाएं क्योंकि उनमें ज्यादातर समाज में आर्थिक रुप से कमजोर तबके के थे।
सिंह ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म मोहिंद्रा की अगुवाई वाले आपदा प्रबंधन मंत्रिसमूह के साथ राहत एवं पुनर्वास कार्य की समीक्षा की और उसे मुआवजे के शीघ्र भुगतान के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस हादसे में घायल हुए लोगों और जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रभावी पुनर्वास के लिए सभी जरुरी कदम उठाये जाने चाहिए। शुक्रवार को इस त्रासदी के तत्काल बाद राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन समूह बनाया था।