अमृतसर। अमृतसर के निरंकारी भवन में रविवार को हुए ग्रेनेड हमले में जांच एजेंसियों को पहली सफलता मिली है, पुलिस ने हमले के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है और दूसरे की तलाश जारी है, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुद यह जानकारी दी है, मुख्यमंत्री ने बताया कि गिरफ्तार होने वाले युवक का नाम बिक्रमजीत सिंह है, जिस दूसरे युवक की तलाश की जा रही है उसका नाम अवतार सिंह है।
मुख्यमंत्री ने बताया यह घटना एक सांप्रदायिक घटना नहीं बल्कि पूरी तरह से आतंकी घटना है, उन्होंने बताया कि नरिंकारियों को इसलिए निशाना बनाया गया क्योंकि यह आतंकियों के लिए आसान था। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी सरकार के पास इनपुट आई थी कि निरंकारी समुदाय को निशाना बनाया जा सकता है और उस समय सरकार की तरफ से कदम भी उठाए गए थे जिस वजह से पहले होने वाले हमलों को रोका गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमले में जिस ग्रेनेड का इस्तेमाल किया गया है वह ग्रेनेड उसी तरह का है जिस तरह का जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी सुरक्षाबलों के खिलाफ करते हैं, उन्होंने बताया कि ग्रेनेड को पाकिस्तान के लाइसेंसशुदा आयुध फैक्टरी में बनाया गया है और यह पैलेट बुलेट से भरा हुआ था।
मुख्यमंत्री ने बताया कि हमले की मास्टरमाइंड पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई है, उन्होंने कहा कि हमले कि लिए जिम्मेदार जिस शख्स हरमीत सिंह, उर्फ पीएचडी उर्फ हैप्पी का नाम आ रहा है वह सिर्फ एक मोहरा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर ने ब्लास्ट के दिन घटनास्थल का दौरान करने के बाद कहा था कि निरंकारी भवन में ग्रेनेड हमले में पाकिस्तान का हाथ प्रतीत होता है और प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि इस्तेमाल किया गया ग्रेनेड पाकिस्तानी सेना के आयुध कारखाने द्वारा निर्मित ग्रेनेड के समान था। उन्होंने कहा था कि पुलिस ने पिछले महीने एक आतंकवादी मॉड्यूल से इसी प्रकार के एचजी-84 हथगोले बरामद किए थे। इससे सीमा पार की देशविरोधी ताकतों के शामिल होने के काफी संकेत मिलते हैं। रविवार को अमृतसर के निरंकारी भवन में हुए ग्रेनेड हमले में 3 लोगों की जान चली गई थी और 20 से ज्यादा घालय हुए थे।