नई दिल्ली. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर हुए नक्सली हमले में जान गंवाने वाले 14 सुरक्षाकर्मियों को जगदलपुर में श्रद्धांजलि दी। बता दें कि गृह मंत्री छत्तीसगढ़ में उस जगह पर भी जाएंगे, जहां पर नक्सलियों ने सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया था। इस हमले में 22 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि 31 जवान घायल हुए हैं। इससे पहले गृह मंत्री घायल जवानों से भी मुलाकात करेंगे। अधिकारियों ने न्यूज एजेंसी ANI को बताया कि अमित शाह अपने इस दौरे पर समीक्षा बैठक में भी हिस्सा लेंगे।
इससे पहले रविवार को अमित शाह ने नक्सलियों के हमले में 22 जवानों के मारे जाने की घटना पर सख्त रुख अपनाते हुए नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने की बात कही। साथ ही, उन्होंने कहा कि उग्रवादियों के खिलाफ लड़ाई केन्द्र और राज्य सरकारों के सम्मलित प्रयासों से जीती जाएगी। शाह ने नक्सलियों के हमले के बाद पैदा हुए हालात की उच्च सुरक्षा अधिकारियों के साथ समीक्षा की। उन्होंने असम में चुनावी दौरे को बीच में ही बंद करके नई दिल्ली लौटने के दौरान सुल्कुची में कहा, ‘‘हमारे जवानों ने शहादत दी है। हम इस खून-खराबे को बर्दाश्त नहीं करेंगे और उचित वक्त आने पर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।’’
अमित शाह ने कहा कि मुठभेड़ के बाद छत्तीसगढ़ में तलाश अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि सरकार शांति और प्रगति के ऐसे दुश्मनों के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेगी। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा, ‘‘नक्सलियों के साथ हमारी लड़ाई ताकत के साथ जारी रहेगी और हम इसे मुकाम तक पहुंचाएंगे।’’
शाह ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के हमले में सुरक्षा बल के 22 जवानों के मारे जाने की घटना के मद्देनजर राज्य में सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक भी की। केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला , खुफिया ब्यूरो के निदेशक अरविंद कुमार, गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल ने बैठक में हिस्सा लिया। एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री ने आपात हालात से निपटने के लिए जरूरी निर्देश भी दिए।