नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों को लेकर बुधवार को लोकसभा में चर्चा होगी। लोकसभा की कार्यसूची के मुताबिक यह चर्चा प्रश्नकाल और सदन के पटल पर मंत्रालय के पेपर्स प्रस्तुत करने के तुरंत बाद यानि 12 बजे के बाद शुरू होगी। इस मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह करीब शाम पांच बजे के इसपर जवाब देंगे हालांकि विपक्ष के रवैए पर भी चर्चा का समय काफी कुछ निर्भर करेगा। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने शनिवार को बताया था कि उसने उत्तर पूर्वी दिल्ली में पिछले महीने हुए सांप्रदायिक दंगों के सिलसिले में लगभग 700 मामले दर्ज किये हैं और करीब 2,200 लोगों को पकड़ा है।
दिल्ली पुलिस ने एक बयान में कहा था कि कुल 690 दर्ज मामलों में 48 शस्त्र अधिनियम से संबंधित हैं। पुलिस ने कहा था कि सांप्रदायिक हिंसा के सिलसिले में अब तक कुल 2,193 लोगों को या तो हिरासत में लिया गया है या गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि पकड़े गए 2,193 लोगों में से 50 को शस्त्र अधिनियम के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में अमन समितियों के साथ कुल 262 बैठकें की गई हैं। प्रदेश सरकार के मुताबिक दिल्ली में पिछले हफ्ते हुई हिंसा में 53 लोग मारे गए थे जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
दिल्ली के उत्तरपूर्वी इलाके में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान एक पुलिसकर्मी पर बंदूक तानने वाले शाहरुख पठान को शनिवार को तीन और दिनों के लिये पुलिस हिरासत में भेज दिया था। मामले से जुड़े एक वकील ने बताया था कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट विजय श्री राठौर ने पठान की हिरासत अवधि तीन दिन के लिये बढ़ाई। उन्होंने कहा कि उसकी चार दिन की पुलिस हिरासत अवधि खत्म होने पर आज कड़ी सुरक्षा के बीच उसे न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया था। पठान (23) को मंगलवार को उत्तर प्रदेश के शामली जिले से गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा कि उसने जो पिस्तौल सांप्रदायिक हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल दीपक दहिया पर तानी थी उसे शुक्रवार को उसके घर से बरामद कर लिया गया। अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और शस्त्र अधिनियम की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
पुलिस ने कहा कि गोलियां चलाने के बाद उसने पिस्तौल घर पर रख दी और एक कार से शहर से बाहर चला गया। घटना के बाद वायरल हुए वीडियो में उत्तर पूर्वी दिल्ली स्थित घोंडा का निवासी शाहरुख 24 फरवरी को जाफराबाद-मौजपुर मार्ग पर एक पुलिसकर्मी पर पिस्तौल ताने नजर आ रहा था। पुलिस ने कहा कि घटना के बाद खुद को समाचार चैनलों पर प्रसारित खबरों में देखने के बाद पठान ने अपने कपड़े बदले और पंजाब भाग गया। इसके बाद वह उत्तर प्रदेश के बरेली में चला गया और अंतत: शामली में अपने एक दोस्त के घर जाकर छिप गया। पुलिस के मुताबिक पठान द्वारा इस्तेमाल अर्ध स्वचालित पिस्तौल अच्छी गुणवत्ता वाली है और इसे बिहार के मुंगेर से खरीदा गया।