नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के द्वारका में एक कार्यक्रम के दौरान नागरिकता कानून को लेकर कहा कि “आपको जो राजनितिक विरोध करना है करो, भाजपा की मोदी सरकार सभी शरणार्थियों को नागरिकता देगी, वह भारत के नागरिक बनेंगे और सम्मान के साथ रहेंगे।” इसी के साथ गृह मंत्री ने यह भी कहा कि “पाकिस्तान से आए हुए कई दलित भाई-बहन दिल्ली और हरियाणा के बॉर्डर पर रहते हैं, जो बिल का विरोध कर रहे हैं, वह जाकर उनकी सुध लें। 30-40 सालों से दूसरी-तीसरी पीढ़ी आने को हुई, लेकिन उन्हें नागरिकता नहीं मिली।”
गृह मंत्री अमित शाह ने जगह-जगह हो रही हिंसा को लेकर कहा कि “इस देश के किसी भी अल्पसंख्यक की नागरिकता जाने का सवाल ही नहीं है, बल्कि बिल में नागरिकता दी जा रही है। जो प्रताड़ित होकर आए हैं वो कहां जाएं। यह नेहरू-लियाकत समझौते का हिस्सा था, जिसका आपने (कांग्रेस) 70 साल तक पालन नहीं किया। उस समझौते का पालन आज नरेंद्र मोदी ने किया है और लाखों करोड़ों लोगों को नागरिकता देने का काम किया है।”
गृह मंत्री ने कहा कि “विद्यार्थियों को भी कहना चाहता हूं कि आपके पास जो सूचना है वह ठीक नहीं है। मुस्लिम भाई-बहनों की नागरिकता कहीं नहीं जा रही। नरेंद्र मोदी जी ने भी इसको साफ किया है।” उन्होंने माहौल बिगाड़ने को लेकर विपक्ष पर हमला भी किया। उन्होंने कहा कि “केजरीवाल एंड कंपनी एंड कांग्रेस पार्टी, जो दिल्ली के शांत पानी में कंकड़ डाने का काम कर रहे हैं, उनको पहचानने की जरूरत है। मैं युवाओं को भी कहना चाहता हूं कि साइट पर एक्ट पड़ा है, उसे पढ़ लीजिए। किसी प्रावधन के अंदर किसी के साथ अन्याय की बात हुई, तो हमें बताइए।”