नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुआलकुची में रविवार को कहा कि नक्सली हमलों में सुरक्षाकर्मियों की जान जाने जैसी घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, उचित समय पर मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ में नक्सल हमलों में हताहत हुए लोगों का पता लगाया जाना अभी बाकी है, तलाश अभियान जारी है। शाह ने कहा कि देश को भरोसा देता हूं, बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। नक्सली हमले पर नजर बनाए हुए गृहमंत्री अमित शाह असम से दिल्ली लौट रहे हैं। दिल्ली लौटते ही नक्सली हमले पर आला अधिकारियों के साथ अमित शाह बैठक करेंगे। गृह मंत्री अमित शाह की असम में दो रैलियां प्रस्तावित थीं लेकिन नक्सली हमले के चलते दोनों रैलियां रद्द हो गई हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कर सकते हैं बैठक
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के 22 जवानों के शहीद होने के मद्देनजर रविवार को असम में चुनाव प्रचार के लिए अपना दौरा बीच में ही रोककर दिल्ली लौट रहे हैं। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि शाह राष्ट्रीय राजधानी लौट रहे हैं और छत्तीसगढ़ में स्थिति की समीक्षा करने के लिए मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक बैठक कर सकते हैं।
शाह ने सीेएम बघेल से ली जानकारी
छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली हमले पर गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि मैं जवानों को श्रद्धांजलि देता हूं और उनके परिवार और देश को विश्वास दिलाता हूं कि जवानों ने देश के लिए अपना जो खून बहाया है वो व्यर्थ नहीं जाएगा। नक्सलियों के खिलाफ मजबूती के साथ हमारी लड़ाई चलती रहेगी और हम इसे परिणाम तक ले जाएंगे। शाह ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के महानिदेशक कुलदीप सिंह को स्थिति का जायजा लेने के लिए छत्तीसगढ़ जाने को कहा है। अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के हमले को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से रविवार को बात की और हालात का जायजा लिया।
बीच में ही रद्द किया असम दौरा
बता दें कि, गृहमंत्री असम के एक दिवसीय दौरे पर थे और उन्हें भाजपा और उसके सहयोगी दलों के उम्मीदवारों के लिए सरभोग, भवानीपुर और जलुकबाड़ी निर्वाचन क्षेत्रों में तीन चुनावी सभाओं को संबोधित करना था। असम में तीसरे और अंतिम चरण का मतदान छह अप्रैल को है। राज्य में पहले दो चरण का मतदान 27 मार्च और एक अप्रैल को हो चुका है। एक अधिकारी ने कहा कि शाह ने सरभोग में सभा को संबोधित किया लेकिन बाकी दो स्थानों पर अपनी सभाओं को रद्द कर दिया और दिल्ली लौट रहे हैं।
हमले में अबतक 22 जवान शहीद हुए- अशोक जुनेका
एंटी नक्सल ऑपरेशन के डीजी अशोक जुनेका ने खुलासा करते हुए कहा कि नक्सलियों ने रॉकेट लॉन्चर, हैंड ग्रेनेड से हमला किया। जवानों और नक्सलियों के बीच करीब 4 घंटे मुठभेड़ चली। बीजापुर में हुए नक्सलियों के हमले में अबतक 22 जवान शहीद हुए हैं। 3 से 4 ट्रैक्टर में नक्सलियों के शव गए हैं। छत्तीसगढ़ में बीजापुर और सुकमा जिलों की सीमा के साथ लगते जंगल में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शनिवार को 5 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हो गए थे। पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के बाद लापता हुए 18 जवानों में से 17 के पार्थिव शरीर रविवार को मिले, जिससे इस मुठभेड़ में शहीद हुए जवानों की संख्या बढ़कर 22 हो गई। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बात की और मुठभेड़ के बाद उत्पन्न स्थिति का जायजा लिया।
एनकाउंटर में कई नक्सलियों की मौत हुई- भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सलियों के हमले को लेकर कहा कि नक्सलियों से मुठभेड़ में जवानों की शहादत बेकार नहीं जाएगी। एनकाउंटर में कई नक्सलियों की मौत हुई है। नक्सली अपने अस्तित्व के आखिरी दौर में हैं। नक्सली हमलों पर पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने सवाल खड़े किए हैं। सरकार नक्सलियों के खिलाफ ठोक कार्रवाई करे।