श्रीनगर/जम्मू: अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए 2,234 श्रद्धालुओं का पहला जत्था रविवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहुंचा। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित पवित्र गुफा के लिए वार्षिक तीर्थयात्रा सोमवार से शुरू होनी है। अब तक देशभर से करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु 46 दिन चलने वाली इस यात्रा के लिए पंजीकरण करा चुके हैं।
यह यात्रा अनंतनाग जिले के 36 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गांदेरबल जिले के 14 किलोमीटर लंबे बालटाल मार्ग से होती है। राज्यपाल के सलाहकार के के शर्मा ने आज तड़के यहां के भगवती नगर आधार शिविर से तीन मोटरसाइकल समेत 93 वाहनों के पहले काफिले को कश्मीर के लिए रवाना किया जिनमें श्रद्धालु सवार थे। इस वर्ष तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए एक बहुस्तरीय सुरक्षा इंतजाम किया गया है।
अधिकारियों ने कहा, ‘‘यात्रा के लिए एक मजबूत सुरक्षा व्यवस्था की गई जिसमें उपग्रह और वाहनों एवं तीर्थयात्रियों की चिप आधारित निगरानी शामिल है। सुचारू यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती विभिन्न स्तरों में की जाएगी।’’ उन्होंने सुरक्षा योजना के बारे में बताते हुए कहा कि सीआरपीएफ कर्मियों का एक विशेष मोटरसाइकिल दस्ता होगा जो काफिलों के साथ चलेगा और उनकी हेलमेट पर कैमरे लगे होंगे। इसे पिछले वर्ष शुरू किया गया था। इसके साथ ही राजमार्ग सहित दोनों मार्गों पर आधार शिविरों और संवेदनशील स्थलों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गए हैं।
उन्होंने बताया कि कश्मीर घाटी में संसदीय चुनाव कराने के लिए सुरक्षा बलों की 300 अतिरिक्त कंपनियों को बरकरार रखा गया है और उन्हें तीर्थयात्रा की सुरक्षा में लगाया गया है। श्रीनगर..जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग और यात्रा मार्गों पर संवेदनशील स्थलों पर कर्मियों की तैनाती के साथ ही (पुलिस और सीआरपीएफ) की त्वरित प्रतिक्रिया टीमें भी तैनात की गई हैं। इसके साथ ही तकनीकी निगरानी सहित सचल वाहन जांच चौकियां, ड्रोन और मानव रहित विमानों से निगरानी वृहद सुरक्षा योजना का हिस्सा है।
अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा बलों के काफिलों और तीर्थयात्रियों के आवागमन के लिए कटआफ टाइमिंग के तुरंत बाद राजमार्गों पर बैरिकेड लगा दिये जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक यात्रा वाहन में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) टैग लगा होगा जिससे वह संबंधित नियंत्रण कक्ष से जुड़े राडार से जुड़े रहेंगे और कटआफ समय के बाद ऐसे किसी भी वाहन को एक विशेष बिंदू से आगे नहीं जाने दिया जाएगा। सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) ने प्रत्येक तीर्थयात्राी को एक बारकोड मुहैया कराया है जो कि यात्रा मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर लगे टावर से जुड़ा रहेगा। सीआरपीएफ के आईजी रविदीप सिंह साही ने कहा कि जम्मू से लेकर पवित्र गुफा तक कड़़े सुरक्षा इंतजाम किये गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘बलों को सेक्टर वार बांटा गया है और (प्रत्येक सेक्टर) इसमें आरओपी (रोड ओपनिंग पार्टी), सुरक्षा बलों द्वारा रात के समय क्षेत्र को अपनी सुरक्षा में रखना, कानून एवं व्यवस्था और त्वरित प्रतिक्रिया टीमों जैसे तत्व शामिल हैं। इस वृहद योजना को पिछले वर्ष के साथ ही पूर्ववर्ती वर्षों के अनुभव के आधार पर तैयार किया गया है।’’ सीआरपीएफ जम्मू आईजी ए वी चौहान ने कहा कि यात्रा मार्ग, आधार शिविरों और तीर्थयात्रियों के रुकने के स्थानों पर सभी जरूरी सुरक्षा इंतजाम कर लिये गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘सभी सुरक्षा एजेंसियां शामिल हैं और हमारी प्राथमिक चिंता तीर्थयात्रियों की सुरक्षा है।’’
नेशनल कान्फ्रेंस के प्रांतीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा और भाजपा एमएलसी विक्रम रंधावा इससे पहले तीर्थयात्रियों को रवाना करने के लिए आधार शिविर आये। इस बीच तीर्थयात्रियों ने सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर संतोष जताया। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर क्षेत्र के रहने वाले श्रुस्वति मजूमदार ने कहा, ‘‘मैं यात्रा में शामिल होकर बहुत खुश हूं। मैं व्यवस्थाओं से संतुष्ट हूं और सुरक्षा बलों को राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के लिए सलाम करता हूं।’’