सूरत: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादी हमले में मारे गए अमरनाथ यात्रियों के शव मंगलवार को गुजरात लाए गए। शवों के साथ विमान जब गुजरात पहुंचा, उस समय मुख्यमंत्री रुपानी हवाई अड्डे पर मौजूद थे। मुख्यमंत्री आतंकी हमले में बस में सवार अन्य यात्रियों को बचाकर बस को निकाल ले गए बस चालक सलीम शेख की बहादुरी की सराहना की। सलीम ने हमले के दौरान बस नहीं रोकी और लगातार दो किलोमीटर तक बस चलाते हुए सीधे सैन्य शिविर पहुंचा। मुख्यमंत्री ने कहा, "हम सलीम को वीरता पुरस्कार दिए जाने की सिफारिश करेंगे, जिसने लगातार दो-तीन किलोमीटर तक बस को भगाया और करीब 50 लोगों की जान बचाई।"
श्रद्धालुओं के शवों के अलावा घायल हुए 19 अन्य श्रद्धालु और 32 अन्य श्रद्धालु भी विमान से गुजरात पहुंचे। रुपानी ने कहा, "मारे गए तीर्थयात्रियों के परिवार वालों को 10-10 लाख रुपये जबकि घायलों को दो-दो लाख रुपये की राहत राशि दी जाएगी।" हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री रुपानी के अलावा उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल और गुजरात भाजपा के अध्यक्ष जीतू वघनानी भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक घायल श्रद्धालु से मुलाकात की और सहानुभूति जताई। रुपानी ने कश्मीर में अस्पताल में भर्ती घायल श्रद्धालुओं के उचित उपचार को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जम्मू एवं कश्मीर सरकार से भी बात की।
सोमवार रात को श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अनंतनाग जिले के खानबल में हुए हमले में छह महिलाओं सहित कुल सात तीर्थयात्रियों की मौत हो गई, जबकि 19 घायल हो गए। मृतकों में से दो महिलाएं महाराष्ट्र की, जबकि बाकी लोग गुजरात के हैं। महाराष्ट्र की महिलाओं के शवों को बाद में उनके घर भेजा जाएगा। 19 घायलों में से आठ महाराष्ट्र के हैं। 40 दिवसीय अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू हुई थी जबकि यह सात अगस्त को पूरी होगी। अभी तक लगभग 1.40 लाख तीर्थयात्री बर्फानी बाबा के दर्शन कर चुके हैं। गुजरात सरकार ने पीड़ितों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी की है। हेल्पलाइन नंबर 079-23251908 और 1070 हैं।