जयपुर। राजस्थान की जेल मे बंद किसी भी कैदी की हर जानकारी अब आसानी से मिल सकेगी। दरअसल राजस्थान की सभी जेलें अब ऑनलाइन होने जा रही हैं। यहां की जेलों में बंद कैदियों कि अगली पेशी कब है या कैदी कितने दिनों के लिए सजायाफ्ता है या फिर मेडिकल चार्ट जैसी जानकारी के लिए जेल के इर्द गिर्द भटकने की जरुरत नहीं है। जेल विभाग ने इस आसानी के लिये ऑनलाइन गार्ड फॉर्म जेनरेटेड सिस्टम तैयार किया है। इस सिस्टम के तहत राजस्थान में पहला स्मार्ट कार्ड ऑपरेटेड जेल तैयार हुआ है। इस प्रोजेक्ट को डीआईजी जेल विकास कुमार ने महज चार महीने मे ही तैयार कराया और वो खुद पल-पल की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
राजस्थान की जेलों में ई प्रिजन प्रोजेक्ट के तहत सभी 140 जेलों की जानकारी ऑनलाईन की जा रही हैं। अभी तक महज 36 जेलों की जानकारीयां ही ऑनलाईन अपडेट की जाती थीं, इस पोर्टल को चलाने के लिए जेल विभाग के पास अब तक केवल 166 ट्रेन्ड कर्मचारी ही मौजूद थे लेकिन इसको बढ़ाने की मंजूरी मिल गयी है। राजस्थान की सभी जेलों को ऑनलाईन करने के लिये चरणबद्ध तरीके से तैयारी की गयी है। इस काम को अंजाम देने के लिये अलग-अलग ऑपरेशन शुरू किए गए हैं।
- ऑपरेशन सनराईज
ऑपरेशन सनराईज मे एक निर्धरित टीम ये तय करेगी की हर स्टेशन पर इंटरनेट सुविधा सुचारू कर दी गयी है, पूरी तरह से उपकरण इंस्टाल कर दिये गये है।
- ऑपरेशन दीक्षा
ऑपरेशन दीक्षा के तहत सभी ट्रेन्ड कर्मियों को तैयार किया गया है जो यह सुनिश्चत करें कि सभी रिसोर्सेज ठीक तरह से काम करें। कोई भी दिक्कत न आए। इस ऑपरेशन मे ट्रेन्ड कर्मिंयो को सभी जानकारियों को ऑनलाईन पूरी तरह अपडेट करने का टास्क दिया गया है।
- ऑपरेशन ZP
ऑपरेशन जेडपी यानी जीरो पेन्डेंसी, हर जानकारी को तुरन्त अपडेट करना और पुरानी जानकारी को अपडेट करने का टास्क सभी ट्रेन्ड कर्मियों को दिया गया है, जो 99 प्रतिशत पूरा हो चुका है और उसको खुद डीआईजी जेल विकास कुमार मॉनिटर कर रहे है।
- ऑपरेशन पेशी
ऑपरेशन पेशी मे ये सुनिश्चित किया गया है कि कैदियों की पेशी की अगली तारीख क्या है। कोर्ट से जो भी वारंट दिए गए है उसकी तामील कराई गयी है या नहीं। उसकी जानकारी ऑनलाईन मिल जायेगी। जो भी अटेंडेंस है उसकी जानकारी भी इस पोर्टल पर तुरंत अपडेट कर दिया जायेगा।