नई दिल्ली। दिल्ली, गाजियाबाद और गौतमबुद्धनगर के बाद अब गुरुग्राम और फरिदाबाद के स्कूलों को भी मंगलवार तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। दरअसल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण की गंभीर स्थिति के चलते हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों के सभी स्कूलों में चार और पांच नवंबर को छुट्टी का आदेश दिया। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने रविवार को यह जानकारी दी।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि इन दो जिलों में वायु प्रदूषण के कारण चार और पांच नवंबर को सभी स्कूल बंद रहेंगे। वहीं, सिरसा जिले में छह नवंबर तक स्कूलों में कक्षाओं का समय बदल कर सुबह 10 बजे से दोपहर तीन बजे तक कर दिया गया है।
प्रवक्ता ने कहा कि राज्य सरकार ने एनसीआर के अन्य जिलों के उपायुक्तों को अपने क्षेत्रों में प्रदूषण स्तर पर नजर रखने और इसके अनुरूप 12 वीं तक के स्कूलों को बंद करने या स्कूल का समय बदलने के लिए उचित कदम उठाने को कहा है।
प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वायु प्रदूषण की वर्तमान स्थिति और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए हरियाणा सरकार ने सभी उपायुक्तों, जिला शिक्षा अधिकारियों और जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारियों को उचित कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार फतेहाबाद सहित कुछ अन्य प्रदूषण प्रभावित जिलों में भी सोमवार और मंगलवार को स्कूल बंद रहेंगे।
गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के स्कूल भी 5 नवंबर तक बंद
प्रदूषण की वजह से गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के स्कूल चार नवंबर और पांच नवंबर को भी बंद रहेंगे। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि आदेश 12वीं कक्षाओं तक के स्कूलों पर लागू होगा। गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद प्रशासन ने कहा कि यह फैसला दीवाली के बाद से वातावरण में पीएम10 और पीएम 2.5 के बढ़े स्तर और उसकी वजह से खराब हुई हवा की गुणवत्ता की वजह से लिया गया है।
गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी बीएन सिंह ने लिखित आदेश में कहा, ‘‘बच्चों को स्कूल ले जाने में इस्तेमाल होने वाले वाहनों से बड़ी मात्रा में पीएम 2.5 और पीएम10 का उत्सर्जन होता है तथा ऐसे वाहनों के परिचालन से स्थिति और खराब होगी। इसलिए गौतमबुद्ध नगर जिले में 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों को चार नवंबर और पांच नवंबर को भी बंद रखने का फैसला किया गया है।’’
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय की ओर से अधिकृत पैनल ने गंभीर हालात से निपटने के लिए शुक्रवार को दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में जन स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा करते हुए सभी निर्माण कार्यों और पटाखा जलाने पर रोक लगा दी थी।